लखनऊ। वरिष्ठ शिया धर्मगुरु और मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्बे सादिक का मंगलवार को निधन हो गया है, कल्बे सादिक को निमोनिया हो गया था जिसकी वजह से उनकी तबियत बिगड़ गई थी और वह सांस लेने में दिक्कत समेत कई बीमारियों की शिकायत के चलते लंबे अरसे से एरा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती थे, मौलाना कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिब्तैन नूरी ने उनके निधन की पुष्टि की है, मौलाना आंतों के कैंसर से पीड़ित थे, बीते दिनों सांस लेने में दिक्कत और निमोनिया के चलते एरा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराए थे जहां उन्होंने मंगलवार रात 10 बजे अंतिम सांस ली, बताते चलें कि मौलाना कल्बे सादिक हिंदुस्तान के मशहूर इल्मी मजहबी खानदान खानदान ए इज्तेहाद के मशहूर मारूफ आलिम थे, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी मिल्लत की तालीमी पसमन्दगी दूर करने के लिए खपा दी, हर तकरीर और हर मजलिस में अशिक्षा के खिलाफ लड़ने के लिए लोगों को प्रेरित किया, उन्होंने केवल जुबान से ही यह काम नहीं किया बल्कि इसके लिए कई काम भी किए, उन्होंने वर्ष 1984 में तौहीदुल मुस्लेमीन ट्रस्ट कायम किया जिसकी मदद से न जाने कितने बच्चे बच्चियां पढ़ कर कामयाब जिंदगी गुजार रहे हैं, लखनऊ में अंग्रेजी माध्यम का यूनिटी काॅलेज कायम किया और दूसरी पाली में बिल्कुल मुफ्त शिक्षा के लिये मिशन स्कूल बनाया, तकनीकी कोर्सेज के लिये इंडस्ट्रियल स्कूल बनाया और लखनऊ के काजमैन में एक चैरिटेबल अस्पताल भी स्थापित किया और हिन्दू-मुस्लिम व शिया-सुन्नी एकता के लिये हमेशा कोशिश की और हर धर्म व फिरके में इज्जत और शोहरत हासिल की, उन्हे सादगी, अखलाक, खिदमत और लोगों के हमदर्द के तौर पर जाना जाता है। जिनकी तदफीन दोपहर 2 बजे चौक स्थित इमामबाड़ा गुफरान मआब में होगी। इससे पहले तहसीनगंज के यूनिटी कॉलेज में सुबह 11:30 बजे नमाज़ ए जनाज़ा होगी।