बकराईद को लेकर सरकार की गाईड लाईन का पालन करें-मौ0 सैफ अब्बास
लखनऊ- मुसलमानो का दूसरा सबसे बड़ा पर्व ईद-उल-जुहा (बकराईद) चंद दिनो बाद है। लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस बार त्योहार की वह रौनक नहीं है। बकरीद को कोरोनाकाल में किस तरह से एहतियात के साथ मनाए इसको लेकर मौलाना सैफ़ अब्बास ने लोगों से अपील की है।
मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि सभी लोगों को बकरईद के संबंध मे सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश का पालन करना चाहिए। क्योकी फिकही, शरई और धार्मिक दृष्टिकोण से जीवन की सुरक्षा और डॉक्टर की राय का पालन करना सबसे महत्वपूर्ण है।जानवरों की कुरबानी के बारे में बताते हुए कहा कि जहां तक बकरईद का सवाल है, जिसमें जानवरों की कुरबानी की जाती है, यह कुरबानी एक सुन्नत कार्य है जिस पर ज़ोर दिया गया है। इस समय कोरोना की महामारी हर दिशा में फैली हुई है। यदि जानवरों की कुरबानी के लिए जानवर नही मिलता है तो अल्लाह बेहतर जानने वाला है। अल्लाह आप की नियत के बदले में पुण्य देगा। जहां तक सदके का सवाल है तो यह किसी भी समय दिया जा सकता है। गरीबों की मदद की जा सकती है। कुरबानी का सवाब अलग है, सदके का मुद्दा अलग है। इसके अलावा, बकरईद की नमाज़ का सवाल भी उसी तरह से है जैसे कि नमाज़ मुस्तहब है। इसे घर पर रहकर पढ़ा जा सकता है और इसे अकेले अकेले भी पढ़ा जा सकता है। लोगों को में मस्जिद में जाने और नमाज अदा करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि जब अल्लाह बीमारी के डर से कई काम छुडवा़ सकता है तों बकरा ईद की नमाज़ मुस्तहब है।