दिल्ली के रोहिणी जिले के
रोहिणी कोर्ट रूम 207 में एक मामले में जितेंद्र गोगी को पेशी के लिए लाया गया था। इस कोर्ट में एनडीपीएस से जुड़े मामले की सुनवाई होती है। कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही थी कि वकील की पोशाक पहने दो हमलावरों ने गोगी पर फायरिंग शुरू कर दी। बताया जाता है कि गोली को तीन से चार गोलियां लगी और मौके पर ही मौत हो गई। जबावी कार्रवाई में पुलिस ने भी दोनों हमलावरों पर गोली चलाई। जिसमें उन दोनों को भी गोली लगाने की मौत हो गई। वारदात में एक महिला वकील के पैर में भी गोली लगी है। वारदात के पीछे गैंगवार बताया जा रहा है। जिसमें गोगी के विरोधी टिल्लू गैंग के बदमाशों का हाथ होने की आशंका पुलिस जता रही है।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जितेंद्र को वर्ष 2020 में गिरफ्तार किया था। काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने उसे गुरुग्राम से तीन अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के समय उस पर दिल्ली पुलिस की तरफ से आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था।
घटना में घायल हुए जितेंद्र उर्फ गोगी की मौके पर ही मौत हो गई। दिल्ली पुलिस का कहना है इस पूरी घटना में कुल तीन लोगों की मौत हुई है। पूरे मामले को लेकर छानबीन चल रही है। उल्लेखनीय है कि मारे गए जितेंद्र गोगी और अलीपुर के ताजपुरिया निवासी सुनील उर्फ टिल्लू के बीच करीब एक दशक से गैंगवार चल रही है।