(सत्ता की शान)
लखनऊ 21 अक्टूबर उत्तर प्रदेश पुलिस स्मृति दिवस पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में पुलिस लाइंस ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में शहीद पुलिसकर्मियों को नमन किया। पुलिस स्मृतिका पर पुष्पांजलि के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस को देश का सर्वोत्तम बल बताते हुए उनके लिए कुछ घोषणाएं भी कीं। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चैहान तथा प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद भी मौजूद थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने पुलिस स्मृति दिवस पर पिछले एक साल में शहीद हुए सात पुलिसकर्मियों के परिजनों को सम्मानित करते हुए कहा कि पुलिस और सरकार उनके साथ है। यूपी पुलिस की सक्रियता के चलते गुंडा और माफिया राज का अंत हो गया। पुलिस कर्मियों को मिलने वाला साइकिल भत्ता अब बाइक भत्ता के तौर पर दिया जाएगा। जिसमें दो सौ रुपये की जगह पांच सौ रुपये की राशि तय की गई है। साथ ही पेंशन के लिए लोगों को दौड़भाग नहीं करनी करनी होगी। जिसे ई-पोर्टल पर लिंक किया जा रहा है। साथ ही मेडीक्लेम के पांच लाख तक के बिल को डीजीपी को पास करने का अधिकार दिया है।ख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस कर्मियों का मोटर साइकिल भत्ता बढ़ाने की घोषणा की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी पुलिसकर्मियों को प्रति माह अब 500 रुपए मोटर साइकिल भत्ता मिलेगा। पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के 200 रुपये साइकिल भत्ते को बढ़ाकर 500 रुपये मोटरसाइकिल भत्ता देने की घोषणा की।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते वर्ष सात बलिदानी पुलिसकर्मियों को नमन करने के साथ उनके स्वजन से भेंट की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन सभी को सम्मानित भी कियाप्रदेश के छह जिलों में तैनात सात पुलिस कर्मियों ने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी थी। सीएम ने स्मृति दिवस पर उनके परिजनों को सम्मानित किया। इनमें एसआई वीरेंद्र नाथ मिश्र फतेहपुर के सुल्तानपुर घोष में तैनात थे। 31 मार्च की रात करीब 10.19 बजे वाहन चेकिंग करने निकले थे। थाना गेट से करीब 20 मीटर की दूरी पर वाहन चेकिंग करते समय एक बाइक सवार को रोका, लेकिन चालक नरेंद्र पासी ने बाइक उन पर चढ़ा दी। उसके पीछे उसके पिता प्रकाश भी बैठे थे। पुलिस कर्मियों ने उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हथगाँव ले गए। जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।समर्पण और त्याग का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत करने वाले शहीद पुलिस कार्मिकों की स्मृति में हर साल 21 अक्टूबर पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार अपराध तथा अपराधियों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति पर काम कर रही है। प्रदेश में शातिर अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसा गया है। इसमें पुलिसकर्मियों की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि हम भी उनकी काफी मांग को पूरा कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी प्रदेश में अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने, शांति-सौहार्द स्थापित करने, विशेषकर मातृशक्ति की सुरक्षा में अपनी सराहनीय भूमिका निभाई है