सांस से जुड़ी दिक्कतें डेंगू का संकेत हो सकती हैं।

डेंगू संक्रमण के चेतावनी संकेत और लक्षण संक्रमण की शुरुआत के 3-7 दिनों के बाद दिखाई दे सकते हैं डेंगू का अधिक घातक रूप डेंगू हेम्रेजिक बुख़ार और डेंगू शॉक सिंड्रोम में बदल सकता है, जो न सिर्फ वयस्कों और बच्चों को प्रभावित कर सकता है, बल्कि काफी जानलेवा भी हो सकता है।याद रखें, कि डेंगू के स्पष्ट शुरुआती लक्षण नहीं होते, हालांकि, गंभीर डेंगू संक्रमण के चेतावनी संकेत और लक्षण संक्रमण की शुरुआत के 3-7 दिनों के बाद दिखाई दे सकते हैं।

इसमें पहले शरीर का तापमान गिरना शुरू होता है, जब आपको लगता है कि संक्रमण अब ठीक होने की राह पर है, तभी डेंगू के दूसरे लक्षण भी दिखने शुरू हो जाते हैं, जिसका मतलब है कि यह वायरल इंफेक्शन दूसरी ज़रूरी अंगों में फैल रहा है।अगर किसी को डेंगू का गंभीर संक्रमण हुआ है, तो उसे जल्द से जल्द मेडिकल अटेंशन की ज़रूरत होती है।

सांस से जुड़ी दिक्कतें डेंगू का संकेत हो सकती हैं। डेंगू संक्रमण में ऊपरी श्वसन पथ में काफी सूजन आ जाती है। सांस की तकलीफ, कम ऑक्सीजन का स्तर, तेजी से सांस लेना, सीने में दर्द जैसे कुछ ऐसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है और रोगी को तत्काल देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। क्योंकि एक गंभीर डेंगू संक्रमण अन्य महत्वपूर्ण अंगों को भी प्रभावित कर सकता है, इसलिए व्यक्ति को किसी भी तरह के लक्षण के लिए सतर्क रहना चाहिए। यह भी कहा जाता है कि डेंगू के गंभीर गंभीर में लीवर भी बड़ा हो सकता है, और कुछ रोगियों को दिल से जुड़ी तकलीफों का अनुभव भी हो सकता है। प्लेटलेट्स का गिरना हमेशा डेंगू का ही संकेत नहीं होता, लेकिन अगर किसी को डेंगू हुआ है तो उसे प्लेटलेट्स से जुड़े लक्षणों पर नज़रें रखनी चाहिए।