(सत्ता की शान)
लखनऊ गुरूवार 10 अक्तूबर। सीएमएस ब्रांच अर्शफाबाद में दशहरा, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, जिसको बड़े हर्षोल्लास और जोश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर छात्र, शिक्षक, और स्टाफ सभी ने एक साथ आकर विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से इस महत्त्वपूर्ण त्योहार को मनाया। पूरा माहौल उत्साह और उमंग से भरा हुआ था, और हर कोई इस पावन पर्व की खुशियों में डूबा हुआ नजर आया। कार्यक्रम की शुरुआत
प्रधानाध्यापिका, सुश्री शैफाली जायसवाल द्वारा स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने दशहरे की महत्ता पर प्रकाश डाला और इस त्योहार से मिलने वाली शिक्षाकृसत्य और धर्म की विजयकृपर जोर दिया। इसके बाद प्राथमिक वर्ग के छात्रों ने मंगलमय प्रार्थना प्रस्तुत की, जिसने सभी के दिलों में आस्था और शांति का संचार किया। साहल रसूल खान का संबोधन प्राथमिक वर्ग के होनहार छात्र साहल रसूल खान ने दशहरे के इतिहास और उसकी सांस्कृतिक महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और हमें हमेशा धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। सत्य की विजयरू कक्षा 1 और 2 के छात्रों ने अच्छाई की बुराई पर विजय पर आधारित एक मार्मिक नाटक प्रस्तुत किया। इस नाटक ने साहस, धैर्य और सत्य के प्रति समर्पण की भावना को उभारा। यह नाटक हमें सिखाता है कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ हों, सत्य और धर्म की जीत अंततः अवश्य होती है। दुर्गा की नौ शक्तियाँरू केजी के छोटे बच्चों ने नौ देवियों के रूप में सजकर देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों का अद्भुत प्रदर्शन किया। यह प्रस्तुति नारी शक्ति के नौ रूपों की महिमा का प्रतीक थी और सभी दर्शकों ने इसे अत्यंत सराहा। बच्चों का आत्मविश्वास और मासूमियत देखते ही बनती थी। दिल की धड़कनें प्राथमिक वर्ग की लड़कियों ने ष्राम आएंगेष् गीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुति दी। उनके लयबद्ध कदमों और सुंदर अभिव्यक्ति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस नृत्य के माध्यम से भगवान राम की रावण पर विजय की महाकाव्य कथा को जीवंत किया गया। मधुर तालें. मोंटेसरी और नर्सरी के छोटे-छोटे बच्चों ने ष्मेरे घर राम आए हैं गीत पर बेहद प्यारा नृत्य प्रस्तुत किया। उनकी मासूमियत और उनकी सहज अदाकारी ने सभी का मन मोह लिया। उनके इस नृत्य ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। आदरणीय प्रधानाचार्या जी का आशीर्वाद. हमारी प्रधानाचार्या , सुश्री अनुपमा चेकर , ने कार्यक्रम के समापन पर माता-पिता का आभार व्यक्त किया और सभी छात्रों की तारीफ की। उन्होंने कहा, हमारा धर्म, जाति या संस्कृति कुछ भी हो, अंत में हम सभी इंसान हैं और हमें सदैव अच्छाई और सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हम जो भी कार्य करें, उसमें अपनी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ जुटें, तभी हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। विशेष धन्यवाद हमारी प्री-प्राइमरी प्रभारी, सुश्री सानिया मजीद ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी माता-पिता और मेहमानों का कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया और भविष्य में इसी प्रकार के कार्यक्रमों में सहयोग देने की आशा जताई।विशेष पंक्तियाँ. ष्दशहरा हमें सिखाता है कि चाहे बुराई कितनी भी प्रबल क्यों न हो, सत्य और धर्म की शक्ति हमेशा विजय प्राप्त करती है। राम का जीवन हमें धैर्य, प्रेम, और परिश्रम से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। हमें इस पर्व से सच्चाई और निष्ठा की शिक्षा लेनी चाहिए और अपने जीवन में इसे अपनाना चाहिए। कार्यक्रम का समापन प्रसन्नता और प्रेरणा से भरे माहौल के साथ हुआ, और सभी उपस्थित लोग इस अनमोल पर्व की यादों को अपने दिलों में संजो कर वापस गए