“सेहत और हम” के उन्वान से तीन दिवसीय सेमिनार ऐनुल हयात ट्रस्ट द्वारा मुनअक़िद हुआ |
लखनऊ, 13 जून । ऐनुल हयात ट्रस्ट द्वारा लखनऊ में तीन दिवसीय (10 ,11, 12 जून ) सेमिनार मुनअक़िद हुआ जिसमे मौलना अदील असग़र काज़मी साहब ने बताया के अल्लाह ने हमारे जिस्म को एक सिस्टम और निज़ाम के तहत पैदा किया है जिस तरह से इसने पूरी कायनात में सिस्टम और निज़ाम रखा है। अगर हम अपने जिस्म के सिस्टम को अच्छे तरीक़े से समझ लें तो फिर हमें आम तौर पर बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ेगा और हम एक अच्छी सेहत के साथ अपनी ज़िन्दगी बसर कर सकेंगे। ख़ास तौर पर आज की इस तर्जे़ ज़िन्दगी में जबकि के दुनिया में एक ख़ास तर्जे़ फ़िक्र ने दुनिया के लोगों के जीने का तरीक़ा बदल दिया है और इसी बुनियाद पर बीमारियों का चलन हो गया है और लोग सही माना में सेहत और तन्दरूस्ती से बहुत दूर हो चुके हैं इस सिस्टम को समझना और बिला वजह की बीमारियों और बेजा ख़र्च से बचने की कोशिश करते रहना है।
इस सेमिनार में निचे दिए गए मौज़ू पर गुफ्तु की गयी
मिज़ाज शिनासी (इन्सान ख़ुराक, पोशाक, ज़माना, मौसम, रंग, अख़लाक़ियात और दीगर अश्या)
उसूले सेहत और छ लाज़मी नुकते
तिब और औलाद की तरबीयत
बैते आम
बीमारियों के मुजर्रब नुस्ख़े‘‘कृप्या इस समाचार को अपने समाचार पत्र में चित्र के साथ प्रकाशित करने का कष्ट करें।’’
[13/06, 20:45] Deen Aur Ham. Syed Ali Shuja: बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
अल्लाह ने हमारे जिस्म को एक सिस्टम और निज़ाम के तहत पैदा किया है जिस तरह से इसने पूरी कायनात में सिस्टम और निज़ाम रखा है। अगर हम अपने जिस्म के सिस्टम को अच्छे तरीक़े से समझ लें तो फिर हमें आम तौर पर बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ेगा और हम एक अच्छी सेहत के साथ अपनी ज़िन्दगी बसर कर सकेंगे। ख़ास तौर पर आज की इस तर्जे़ ज़िन्दगी में जबकि के दुनिया में एक ख़ास तर्जे़ फ़िक्र ने दुनिया के लोगों के जीने का तरीक़ा बदल दिया है और इसी बुनियाद पर बीमारियों का चलन हो गया है और लोग सही माना में सेहत और तन्दरूस्ती से बहुत दूर हो चुके हैं हमें अपने जिस्म के सिस्टम को समझना और बिला वजह की बीमारियों और बेजा ख़र्च से बचने की कोशिश करते रहना है।
लेहाज़ा इस हैण्डबिल में सेहत के काॅमन रूल्स को बताया गया हैः-
तन्दरूस्ती के लिये 6 लाज़मी उसूल
• साफ हवा
• फ़िज़िकल एक्टिविटी
• वक़्त पर सोना और वक़्त पर जागना
• हेल्दी खाना और पीना
• बदन के अन्दर से अनहेल्दी चीज़ों को निकालना और हेल्दी चीज़ों को रोकना
• नफ़्सियाती हालात को कन्ट्रोल में रखना
सेहत से मुताल्लिक़ मशहूर ग़लत बातें
• रोज़ाना 8 ग्लास पानी पीना
• नेचुरल (खड़ा नमक) नुक़सान करता है
• रेड मीट (मटन) नुक़सान करता है
• व्हाइट मीट नुक़सान नहीं करता है लेहाज़ा ज़्यादा खाया जाये
• दूध का इस्तेमाल ज़्यादा किया जाये (षेक्स का इस्तेमाल)
• हर किसी के लिये कम से कम 8 घण्टे सोना
• खाने के बाद ब्रष करना
• ब्लड डोनेषन करना
• वज़्न कम करने के लिये रात में खाना न खाना
• मोमिन इन्सान के झूठे से परहेज़ करना
• हाथ मिलाने से बीमारी फ़ैलती है (कोविड के अलावा)
• सुब्ह नहार मुंह पानी पीने से वज़्न घटता है
सेहत से मुताल्लिक़ सही बातें
• प्यास लगने पर ज़रूरत भर पानी पीना
• नेचुरल यानी खड़ा नमक इस्तेमाल करना
• रेड मीट (मटन) फ़ायदेमन्द है मगर रोज़ाना नहीं खाना चाहिये
• व्हाइट मीट मौक़े-मौक़े से (आॅकेज़नली) खा सकते हैं
• दूध का इस्तेमाल शहद, गुड़, इलाची, ज़ाफ़रान, अदरक, दालचीनी के साथ ज़रूरत के हिसाब से करना
• अपनी-अपनी तबीयत के मुताबिक़ सोना
• खाने के बाद क़ेलाल करना
• हिजामा करवाना, अलबत्ता ब्लड डोनेषन ज़रूरत पर करना
• रात में खाना ज़रूर खाना चाहिये चाहे मुख़्तसर
• मोमिन के झूठे में षिफ़ा है
• हाथ मिलाने से एनर्जी मिलती है
• नहार मुंह पानी एक बार ब्वायल करके वार्म वाटर पिया जाये
वह चीज़ें जो एक साथ खाना मना हैं
• दूध के साथ खट्टी और नमकीन चीज़ें
• दूध के साथ गोष्त
• दूध के साथ मछली और अण्डा
• दूध के साथ केला
• दूध के साथ सब्ज़ी, प्याज़, तरबूज़
• अण्डा और मछली एक साथ
• ख़रबूज़ा और आम एक साथ खाना
• ख़रबूज़ा, मुनक़्क़ा, अण्डा, मछली एक साथ खाना
• हर तरह के गोष्त के साथ दही
• मसूर की दाल और आलू एक साथ खाना
• सलाद और सलाद पत्ता खाने के साथ
• ठण्डे और गर्म खाना को एक साथ खाना
• कई तरह के खाने एक साथ खाना
• ठण्डे खाने के ऊपर ठण्डा खाना
• गर्म खाने के बाद ठण्डा पानी पीना
• गर्म खाने के ऊपर गर्म खाना
• फ्रूट्स के बाद पानी पीना
• नहाने के बाद ठण्डा पानी पीना
• ख़ाली पेट ठण्डा पानी पीना
• हैवी एक्सरसाइज़ के बाद ठण्डा पानी पीना
सेहत और हम” के उन्वान से तीन दिवसीय सेमिनार ऐनुल हयात ट्रस्ट द्वारा मुनअक़िद हुआ
