कामयाबी के लिए तालीम ही सबसे अहम् रास्ताः नजीब जंग
शाहीन एकेडमी लखनऊ में तालीमी कान्फ्रेन्स हुई।
लखनऊ, 01 दिसम्बर।
इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया के अन्र्तगत शाहीन एकेडमी लखनऊ में ‘‘तालीमी कान्फ्रेन्स’’ का आयोजन किया गया। कान्फ्रेन्स की अध्क्षता इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने की और मुख्य अतिथि की हैसियत से मि0 नजीब जंग पूर्व एल0जी0 दिल्ली, मि0 एस वाई0 कुरैशी पूर्व चीफ इलेक्शन कमिशनर आफ इण्डिया, शाहिद सिद्दीक़ी सम्पादक नई दुनिया दिल्ली, और प्रसिद्ध व्यापारी सईद शेरवानी उपस्थित थे। मेहमानों का स्वागत ए0एम0यू0 के प्रो0 मो0 रैहान ने किया।
कान्फ्रेन्स को सम्बोधित करते हुए मि0 नजीब जंग ने तालीम की अहमियत पर रौशनी डालते हुए कहा कि मुसलमान बच्चों के लिए जरूरी है कि वह पूरी मेहनत और लगन के साथ शिक्षा पर ध्यान दें। यह कम्पिटीशन का दौर है और एसे समय में एवरेज अंक प्राप्त करने वाले छात्र के लिए अवसर बहुत कम हैं। उन्होने कहा कि वही छात्र परीक्षा को क्वालीफाई करते हैं जो अधिक अंक प्राप्त करते हैं। उन्होने उलमा-ए-फरंगी महली की शैक्षिक सेवओं का भी वर्णन किया। उन्होने कहा कि शाहीन एकेडमी लखनऊ एैसी संस्था है जो पूरे देश में सफलता के साथ छात्रों को डाक्टर और इंजीनियर बना रही है।
एस0वाई0 कुरैशी ने कहा कि शिक्षा ही वह हत्थयार है जिसके माध्यम से मुसलमान बच्चे इस देश में कामयाबी प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा की कमी की वजह से हमें अपने संवैधानिक अधिकार प्राप्त करने मे सफलता नही मिल पाती। उन्होने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि जब मैं अपने क्षेत्र का पहला मुस्लिम आई0ए0एस बना और अपनी चालीस वर्षों की सेवओंओ को पूरी ईमानदारी से पूरा किया जिसके नतीजे में मुझे इलेक्शन कमिश्नर आफ इण्डिया बनाया गया। उन्होने कहा कि अगर हमारे अंदर काबिलयत हो तो सरकारी स्तर पर कोई भेद भाव नही होता है।
प्रख्यता पत्रकार शाहिद सिद्दीक़ी ने कहा कि पत्रकातिा के मैदान में भी बड़े अवसर हैं और यह एक एैसा मैदान है जिसमें पत्रकार कमजोर वर्ग की आवाज बन कर बेसहारा और अल्पसंख्यकों की समस्यओं को अपने कलम की माध्यम से उजागर करके सरकारों तक पहंुचा कर के उनकी समस्याओं को हल करा सकते हैं। उन्होने कहा कि कलम की ताकत आज भी वह ताकत है जिसका मुकाबला कोई दूसरा प्रोफेशन नही कर सकता।
इस अवसर पर सईद शेरवानी ने कहा कि व्यापार एक एैसा मैदान है जिसके माध्यम से आप लोगों से लेने वाले नही बल्कि देने वाले बनते हैं। उन्होने कहा कि जिन छात्रों की दिलचस्पी व्यापार की तरफ हो उनको चाहिए कि उच्च से उच्च डिग्री प्राप्त करके व्यापार के मैदान में जरूर आयें।
इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि इस्लाम ने शिक्षा प्राप्त करने पर बहुत जोर दिया है और पैगम्बरे इस्लाम ने कहा कि इल्म हासिल करना हर मुसलमान पर फर्ज है।