(सत्ता की शान)
लखनऊ 1 दिसम्बर दिनांक 23.08.2022 को थाना चौक क्षेत्रान्तर्गत सुभाष मार्ग पर एक वृद्ध महिला जो मन्दिर से दर्शन करके लौट रही थी, वृद्ध महिला के घर से थोड़ी दूर पहले इन्ही टप्पेबाजो के गिरोह ने अपने आपको क्राईम ब्रान्च बताकर उन्हें रोक कर पुलिस का आईडी कार्ड दिखाते हुए कहा कि आगे एक गम्भीर घटना घटित हो गयी है और आप जेवर पहनकर जा रही हो, यह बहुत गलत बात है। अपना आभूषण उतारकर रख लीजिए तब आगे जाईये टप्पेबाजो को असली पुलिसवाला समझकर उसकी बात मानकर जब वह महिला कंगन उतारने लगी तो उन टप्पेबाजों ने कहा कि लाईये आपकी मदद कर देता हूँ। इस मदद करने के बहाने उन टप्पेबाजो ने उस वृद्ध महिला के जेवर कागज में रखने के दौरान उसे नकली चूडियो से बदल दिया और महिला से कहा कि अब चुपचाप यहां से घर जाकर इसे हिफाजत से रख दीजिए नहीं तो पुलिस पकड़ लेगी। उसे पुलिसकर्मी समझ उसकी बात पर उन्होंने विश्वास कर कागज में लिपटे नकली चूडियों को सुरक्षित घर में रख दिया और बाद में जब उसे खोला तो उसे अपने साथ धोखाधड़ी समझ में आई। वृद्ध महिला के पुत्र द्वारा चैक थाने में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ रिर्पोट दर्ज करायी थी जिसपे चैक पुलिस और सर्विलांस टीम ने फर्जी क्राइम ब्रांच पुलिस का किया खुलासा किया है। जो अपने को क्राइम ब्रांच का बताकर गिरोह बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों को अपना निशाना बनाते थे चहले आरोपी महिलाओं और बुजुर्गो उनके साथ कोई बड़ी घटना होने वाली ह ैइसका डर दिखा उनसे असली जेवर ले नकदी जेवरात देकर फरार हो जाते थे अगार किसी ने इसका विरोध किया तो जबरन लूट भी कर लेते थे पुलिस ने ऐसे ही आरोपी साहिल जाफरी, मोहसिन खान, अमजद अली, सलमान और राज सहित 5 को गिरफ्तार किया है जो फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर के आई कार्ड, लिये घूनमते थे और वारदातो को अन्जाम देते थे आरोपीयों के पास से लूटे गए जेवरात, नकदी और बाइक की बरामद हुई है। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र का यह गिरोह लखनऊ में लूट की वारदातेे कर रहे थे यह आरोपी अलग अलग थाना क्षेत्र में कई घटनाओं को अंजाम अंजाम दे चुके थे और दुबग्गा क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे थे यूपी सहित कई अन्य राज्यो में इनका फैला नेटवर्क फैला हुआ हैं डीसीपी वेस्ट एस चिनप्पा, एडीसीपी वेस्ट चिरंजीवनाथ सिन्हा, एसीपी चैक आईपी सिंह ने इनका खुलासा करते हुए बताया की आरोपी 03 टीमों में बटकर अपराध को अंजाम देते है वे एक साथ मिलकर सुबह के समय 02 मोटरसाईकिलो पर बैठकर एक साथ पूरे शहर में घूमते है अगर रास्ते में कोई बुजुर्ग महिला या पुरुष सोने का आभूषण पहने हुए दिखायी देता है तो उसके करीब 100 मीटर आगे जाकर एक टीम मोटरसाईकिल खड़ा करके स्वंय को क्राईम ब्रान्च का इस्पेक्टर बनकर खड़े हो जाते हैं। तभी मोटरसाईकिल चलाने वाले दूसरी टीम के सदस्य पुलिस कर्मचारी बनकर उस बुजुर्ग व्यक्ति को बुलाकर फर्जी क्राइम ब्रांच इन्स्पेक्टर के पास ले आता है। उसके बाद उस बुजुर्ग व्यक्ति से बताया जाता है कि अभी कुछ दिन पहले इसी जगह पर एक व्यक्ति सोने का आभूषण पहनकर जा रहा था तो उसको कुछ बदमाशो ने चाकू मारकर आभूषण को छीन लिया था इसलिये अपना आभूषण उतारकर अपने पास रख लीजिये। इसी दौरान इसका तीसरा साथी एक बैग लेकर अंजान होने का नाटक कर इनके पास से गुजरने लगता है। । तभी इसका दूसरा साथी उसे बुलाकर फर्जी क्राईम ब्रान्च इन्स्पेक्टर के पास लाता है और फर्जी क्राईम ब्रान्च इन्स्पेक्टर उस बुजुर्ग व्यक्ति के सामने वही कहानी बताकर आभूषण उतारने के लिये कहता है तो उसका साथी अपने पहने हुए आभूषण को उतार देता है, जिसे फर्जी क्राईम ब्रान्च का इन्स्पेक्टर आभूषण को लेकर अपने पास से एक कागज में लपेटकर दे देता है और उसका साथी चला जाता है। जिससे उस बुजुर्ग व्यक्ति को यह विश्वास हो जाता है कि फर्जी क्राईम ब्रान्च का इन्स्पेक्टर उसके भले के लिये ही कह रहा है। उसके बाद बुजुर्ग व्यक्ति भी अपना आभूषण उतारकर फर्जी क्राईम ब्रान्च इन्स्पेक्टर को दे देता है और फर्जी क्राईम ब्रान्च का इन्स्पेक्टर उसके सामने उस आभूषण को कागज में लपेट देता है। इसी दौरान बुजुर्ग व्यक्ति को अपनी बातो में उलझाकर आभूषण जैसी पहले से तैयार कागज की पुड़िया को पकड़ा देता है और हिदायत देता है कि इसे अपने घर पर जाकर हिफाजत से रख दें। पहले से तैयार कागज की पुड़िया तीन-चार पन्नो मे लिपटी रहती है। जब तक कोई बुजुर्ग व्यक्ति अपनी पुड़िया चेक करता है तब तक यह लोग वहाँ से अपनी-अपनी मोटरसाईकिल से भाग जाते हैं तथा कभी-कभी लगी करने के दौरान बुजुर्ग व्यक्तियो को ठगी का एहसास हो जाता है तो उनका आभूषण छीन कर भी भाग जाते है। लखनऊ शहर में 8-10 दिन रुककर लूटातगी करते है उसके बाद शहर छोड़कर एक दो महीने के लिए अन्य राज्य मे ठगी व लूट करने के लिए चले जाते है।पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से लगभग 6,00,000 रूपये मूल्य का स्वर्ण आभूषण, चोरी की मोटरसाईकिल बरामद की।घटना में प्रयोग 4 टोपी (कैप), 4 मोबाइल, 1 वजन करने वाली इलेक्ट्रानिक मशीन, आधार, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस एवं 2290 रुपया नगद बरामद किया है।
चौक पुलिस व सर्विलांस सेल टीम ने पांच अभियुक्तो को किया गिरफ्तार / गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से लगभग 6,00,000 रूपये मूल्य का स्वर्ण आभूषण, चोरी की मोटरसाईकिल बरामद
