शिक्षा के क्षेत्र में सर सय्यद की सेवायें उल्लेखनीय हैं: मौलाना खालिद रशीद
इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया में ‘‘सर सय्यद दिवस’’ पर सेमिनार का आयोजन
लखनऊ, 17 अक्तूबर।
सर सय्यद अहमद खॉ कौम व मिल्लत के सुधार की तहरीक के लीडर थे। उन्होने नयी उर्दू नस्र और तामीरी सहाफत की बुनियाद रखी। उनहोने मुसलमानों को सुझाव दिया कि वह दुनियावी शिक्षा प्राप्त करके देश के अन्य नागरिकों के साथ तामीर व तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ें।
इन ख्यालात का इज्हार इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने किया। वह आज इस्लामिक सेन्टर में ‘‘सर सय्यद दिवस’’ पर एक सेमिनार को खिताब कर रहे थे। मौलाना फरंगी महली ने अली गढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सय्यद अहमद खॉ को शानदार खिराज अकीदत पेश करते हुए कहा कि उस दौर में सर सय्यद अपना अजीम शैक्षिक इंक्लिाब पैदा न करते तो हिन्दुस्तान के मुसलमानों को आज भी शिक्षा के मैदान के अंधेरों में अपना भविष्य तलाश कर रहे होते।
मौलाना फरंगी महली ने कहा कि सर सैय्यद ने 1859 में मुरादाबाद और 1862 में गाजीपुर में मदरसे कायम किये जिनमें दीनी शिक्षा के साथ अंग्रेजी की भी शिक्षा दी जाती थी। उनहोने 1863 में साइंटिफिक सोसाइटी स्थापित की जिसका उद्देश्य नयी शिक्षा को अंग्रेजी से तर्जुमा करके उर्दू और फारसी में बदलना था। उन्होने 1875 में अली गढ़ में मदरसातुल उलूम के नाम से एक मदरसा कायम किया जो बाद में मुहम्मडन एंगलो ओरियन्टल स्कूल फिर कालेज बना। यह कालेज 1920 में दक्षिण ऐशिया की पहली मुस्लिम विश्व विद्यालय बना। यही विश्व विद्यालय एक अजीमुश्शान शैक्षिक संस्था की शक्ल में खिदमत अंजाम दे रही है।
मौलाना ने अलीग बिरादरी से अपील की कि वह सर सय्यद के शैक्षिक मिशन को खूब बढ़ावा दें, शिक्षा का प्रचार करें।
इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया के महासिचव मौलाना नईमुर्रहमान सिद्दीक़ी ने कहा कि सर सय्यद अहमद खॉ 17 अक्तूबर 1817 को देहली के एक सैय्यद घराने में पैदा हुए और 27 मार्च 1898 को अली गढ़ में वफात पायी। 8 दहाईयों पर आधारित इस मुजाहिद तालीम की जिन्दगी का अध्ययन हम सबके लिए बहुत जरूरी है। उन्होने कहा कि आज सर सय्यद की यादगार अली गढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय हिन्दुस्तान की महान शिक्षा का रौशन मीनार है। इस संस्था की हिफाजत हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर मौलाना मो0 मुश्ताक, नईम अहमद और सऊद रईस एडवोकेट ने भी सम्बोधित किया।
शिक्षा के क्षेत्र में सर सय्यद की सेवायें उल्लेखनीय हैं: मौलाना खालिद रशीद
