*प्रेस विज्ञप्ति* ।
आज दिनांक *03 दिसंबर 2021* , दिन शुक्रवार, दोपहर *1बजे* , विधि विभाग, शिया पीजी कॉलेज, लखनऊ व एसोसिएशन ऑफ एडवोकेसी एंड लीगल इनीशियेटिव ट्रस्ट ( AALI) की जानिब से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसका विषय रहा *(Gender Patriarchy, violence against women, Discrimination, identities and their intersections, Equilty- Formal and Substantive)*
इस कार्यशाला का शुभारंभ विधि विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर *डॉक्टर एस सादिक हुसैन आबिदी* जी के उद्बोधन से हुआ आप ने महिला अधिकारों को मानव अधिकारों से जोड़ते हुए अपनी बात कही।
कार्यशाला में अपनी बात रखते हुए AALI की एक्सक्यूटिव डायरेक्टर, *रेनू मिश्रा* जी ने देश में महिलाओं की बुरी स्थिति व सुरक्षा के बारे में चिंता जताई। आगे आप ने कहा कि जब कोई पीड़ित महिला पुलिस थाने जाती हैं तब उससे ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जो भेद भाव पूर्ण होते हैं।
कार्यशाला में AALI की मेंबर *नीतू जी* ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए जितने कानून है उनके बावजूद भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं इस पर विचार करने की जरूरत है, साथ ही उन्होंने CEDAW ( Convention on the Elimination of All Forms of Discrimination Against) Women के बारे में भी बताया।
कार्यशाला में विधि विभाग के प्रोफेसर *डॉ अजयवीर* जी ने महिलाओं के संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों पर अपने विचार रखे उनके पूरी तरह से अनुपालन की बात कही।
इसी क्रम में विधि विभाग के ही प्रोफ़ेसर *डॉ वहीद आलम* ने महिलाओं से संबंधित तमाम कानूनों पर चर्चा की, विशेषतः फैमिली लॉ, क्रिमिनल लॉ इत्यादि।
कार्यशाला का अंत धन्य वाद उद्बोधन से हुआ जो विधि विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर *डॉ एस मोहसिन रजा* जी ने किया।
उक्त कार्यक्रम का संचालन विधि विभाग की प्रोफेसर डॉक्टर *एजाज़ हुसैन* जी ने किया।
इस एकदिवसीय कार्यक्रम में डॉ प्रदीप शर्मा, डायरेक्टर एस सी डी आर सी, कन्वेनर आइक्यूएसी डॉ एस एस
बा करी, विधि विभाग से
डॉ एस नुजहत हुसैन, डॉ प्रबोध कुमार गर्ग, डॉ छत्रपाल डॉ कमलजीत मणि मिश्रा , डॉ धर्मेंद्र कुमार , डॉ चंदा बानो ज़ैदी , अन्य विभागों के शिक्षक गण व भारी संख्या में विधि के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
*सादर*
इंचार्ज
विधि विभाग, शिया पीजी कॉलेज
लखनऊ।