मुहम्मद सल्ल0 की जीवनी रहमत ही रहमत हैः मौलाना खालिद रशीद
इस्लामिक सेन्टर के तहत रहमत हफ्ते का आरम्भ
लखनऊ, 13 अक्तूबर।
मुहम्मद सल्ल0 की जीवनी रहमत ही रहमत है। आप सल्ल0 को खुदा पाक ने ‘‘रहमतुल लिल आलमीन‘‘ बनाकर भेजा। आप सल्ल0 की रहमत व शफक़त दुनिया की हर मख़लूक पर आम थी। आप सल्ल0 के दिल में पूरी दुनिया का दर्द समाया था।
इन ख्यालात का इज्हार इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह व काज़ी-ए-शहर लखनऊ ने किया। उन्होने आज इस्लामिक सेन्टर के तहत ‘‘रहमत हफ्ता’’ का आरम्भ जरूरतमन्दों को खाने के पैकेट बॉट कर किया।
उन्होने कहा कि रहमतुल लिल आलमीन की रहमत तमाम लोगों के लिए आम थी। आप का फरमान है‘ ‘‘तमाम मखलूक़ खुदा पाक का कुटुम्भ है और खुदा को अपने बन्दों में सबसे महबूब वह है जो उसके कुटुम्भ के साथ अच्छा सुलूक करे और उसको आराम पहुंचायें।’’
उन्होने कहा कि रसूल रहमत सल्ल0 ने खुदा पाक की रहमत व शफकत हासिल करने के लिए इंसानों पर रहमत व शफकत को शर्त और उसका सबसे अहम जरिया बताया। आप सल्ल0 का फरमान हैः ‘‘रहम करने वालों पर रहमान की रहमत होती है। अगर तुम जमीन वालों पर रहम करोगे तो आसमान पर वह तुम पर रहमत नाजिल करेगा।
मौलाना फरंगी महली ने कहा कि हर जरूरतमन्द हमारी रहमत व शफकत, मुहब्बत का मोताज है। किसी को खाने पीने, लिबास, दवा और कोई भी जरूरत हो हमें चाहिए कि हर मुमकिन सहायता करें।
शुक्रिया
(गुफरान अहमद)
आफिस सेक्रट्री