(सत्ता की शान)
लखनऊ,25 सितम्बर। भाजपा अब उन कुछ अन्य दलों से और गठबंधन कर सकती है जो हिंदुओं के किसी छोटे वर्ग या जाति का नेतृत्व करते हैं। बीते कुछ माह से जारी तमाम अटकलों के बावजूद यह लगभग तय था कि भाजपा प्रदेश में 2022 का चुनाव योगी के नाम और काम पर ही लड़ेगी। पर, इसकी औपचारिक घोषणा कराकर केंद्रीय नेतृत्व ने हाल ही में कुछ भाजपा शासित राज्यों में हुए नेतृत्व परिवर्तन की राह पर यूपी को लेकर चल रही अटकलों पर पूरी तरह विराम लगा दिया है। साथ ही उन सभी को योगी के नेतृत्व व क्षमता पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का पूरा भरोसा होने का संदेश दे दिया है जो कई तरह के अटकलों के जरिए भाजपा के खिलाफ सियासी असमंजस का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे। ऐसा करके नेतृत्व ने एक तरह से जनता के मन में हिंदुत्व के मुद्दे पर पैदा की जा रही उन दुविधाओं को भी दूर करने की कोशिश की है जिन्हें कुछ लोग हवा दे रहे थे। जाहिर है कि पार्टी कार्यकर्ता और नेता अब पूरी ताकत से एकजुट होकर स्पष्ट एजेंडे के साथ चुनावी मैदान में विपक्ष पर हमला बोल सकेंगे।