शिया हेल्प लाइन 29 रमज़ार 12 मई 2021
कार्यालय आयतुल्लाह अल उज़मा सैयद सादिक़ हुसैनी षीराज़ी से जारी हेल्प लाइन पर नीचे दिए गये प्रष्नो के उत्तर मौलाना सैयद सैफ अब्बास नक़वी ने दिए-
नोट- महिलाओं के लिए हेल्प लाइन षुरू की गयी है जिस मे महिलाओं केप्रष्नों के उत्तर खातून आलेमा देेगीं इस लिए महिलाओं इस न0 पर संपर्क करें। न0 6386897124
षिया हेल्प लाइन में तमाम मराजए के मुकल्लदीन के दीनी मसायल जानने के लिए स्ुाबह 10 -12 बजे तक 9415580936- 9839097407 इस नम्बर पर संपर्क करें। एवं ईमेलः उंेंमस786/हउंपसण्बवउ पर संपर्क करें।
प्रश्न: विदाई से पहले मनकूहा का फितरा कौन भुगतान करेगा ?
उत्तर: अगर अभी सिर्फ निकाह हुआ है और विदाई नही हुई है और लड़की अभी पिता की जिम्मेदारी में रहती है तो उसका फितरा पिता के जिम्मे होगा पति पर अनिवार्य नही है।
प्रश्न: फितरा निकालने से इन्सान को क्या लाभ होता है ?
उत्तर: फितरा रमजान के रोजो को कुबूल करवाता है और अगले वर्ष तक इन्सान की हिफाजत का जरिया बनता है।
प्रश्न: क्या चाॅद रात में अगर कोई मेहमान आ जाए तो उसका फितरा हमको ही देना पड़ेगा?
उत्तर: अगर आप के बुलावे पर वह मेहमान आया है और आपके साथ खाना खाता है तो आप को फितरा देना होगा।
प्रश्न: फितरे में दो तीन तरह की चिजे दी जा सकती हैं उदाहरण के तौर पर एक फितरा चावल का दे दिया जाए एक फितरे के बदले गेहॅू और एक फितरे के बदले पैसे दे दिए जाएॅ तो क्या ऐसा मुमकिन है?
उत्तर: फितरे की षक्ल में एक एक फितरा देना है चाहे कुछ भी दिया जाए जैसे पिता ने फितरे में अपनी तरफ से पैसे दे दिए और पुत्र ने फितरे में अपनी तरफ से तीन किलो गेहॅू दे दिया और माता ने फितरे में अपनी तरफ से खजूर दे दी तो ऐसा मुमकिन है कोई हरज नही है।
प्रश्न: अगर घर की जिम्मेदारी पत्नी उठाती है तो क्या पति और बच्चो का फितरा निकालना पत्नी पर अनिवार्य है ?
उत्तर: अगर घर की जिम्मेदारी पत्नी उठाती है तो पति और बच्चो का फितरा निकालना पत्नी पर अनिवार्य है।