इस साल नहीं उठा बब्बू की मेंहदी का जुलूस
लखनऊ,27 अगस्त। सालों से उठता आ रहा मेंहदी का जुलूस जो इस बार कोविड-19 की वजह से नहीं उठ सका।
शर्गा पार्क लखनऊ से हर साल बब्बू नाम के व्यक्ति जिन्होंने अजादारी खुलवाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी। उन्हीं के नाम से यह मेंहदी का जुलूस जो कि शर्गा पार्क से उठता है उसे मंसूब कर दिया गया था। इस जुलूस में हाथी, ऊंट, अली असगर अ.स. का झूला व अलम साथ में बरामद होते थे। जुलूस से पहले एक मजलिस होती थी मजलिस के बाद यह जुलूस सभासद तनवीर हुसैन उर्फ गुड्डू की देख-रेख में सरगा पार्क से उठकर दरगाह हजरत अब्बास में समाप्त होता था। जुलूस में छुरियों का मातम व खमां भी लगती थी। इस जुलूस में हजरत इमाम हसन अलैसलाम के बेटे हजरत कासिम अलैसलाम की मेंहदी बरामद की जाती है। जो कि कर्बला में शहीद हो गये थे। जिनकी याद में यह जुलूस उठाया जाता था लेकिन कोविड-19 के चलते यूपी सरकार के आदेशानुसार यह जुलूस इस बार बरामद नहीं किया जा सका। मोहल्ले वालों ने प्रशासन का साथ देते हुए इस बार इस जुलूस को न उठाने की बात मान ली। शर्गा पार्क में एहतियात के तौर पर सआदतगंज इंस्पेक्टर महेशपाल सिंह हमराह फोर्स द्वारा निगरानी की जा रही है।