CAA , NRC के खिंलाफ धरने प्रदर्शन चल रहे हैं. धर्मगुरु एकजुट होकर इन धरनो को ख़त्म करने के लिए बड़े नेताओं से बात क्यों नहीं कर रहे हैं .रिज़वान अली दानिश

कितने अफसोस की बात है कितने दिनों से जगह-जगह CAA , NRC के खिंलाफ धरने प्रदर्शन चल रहे हैं मुसलमान घरानों की मां बहने बेटियो की बेपरदीगी हो रही है उसके बाद भी मुसलमानों के धर्मगुरुओं ने अभी तलक कोई एक मीटिंग नही की बड़े नेताओं से बात करें इसका कुछ हल निकाले इसकी क्या वजह है इस मसले पर हर मज़हब के धर्मगुरु एकजुट होकर इन धरनो को ख़त्म करने के लिए बड़े नेताओं से बात क्यों नहीं कर रहे हैं इसका हल कैसे निकलेगा हम सभी की मां बहने बेटियां हर मज़हब की औरतें घरद्वार छोड़े हुए जाड़े की ठंड गर्मी की धूप में बैठी हुई हैं किसी ना किसी की जान भी चली जाती है उसके बाद भी कुछ हल नहीं निकल रहा है मेरी गुजांरिश है सभी मजंहब के धर्मगुरुओं से आप सब लोग मिलकर एक पर्सनल मीटिंग करके उसके बाद बड़े नेताओं से बात करें इन धरनो को ख़त्म करवाएं क्योंकि हमें जो लगता है वही आप सबको लगता होगा की होना वही है जो सरकार चाहेगी उसके खिंलाफ कोई कुछ कर ले कुछ हो नहीं पाएगा इसलिए कोई धर्मगुरु सामने नहीं आ रहा है क्योंकि सब समझ रहे हैं उनकी बात खांली जाएगी यह कब तक मां बहने सड़कों पर खुले में बैठी रहेंगी क्या इस बात का किसी के पास कोई जवाब है मज़हब कि बदनामी हो रही है जो मज़हब कहता है औरत एक जींनत है उसको पर्दे में रखो आज वही इस्लाम की जींनत सड़कों पर बैठी है अपने देश के लिए दुसरो को हक़ दिलाने के लिए सारे हर मज़हब के धर्मगुरु देख रहे हैं या अल्लाह जो बेहतर हो वह इन सब के हक़ में अदा कर आमीन इलाही आमीन

रिज़वान अली दानिश ,नौहा ख़ान लखनऊ