नमाजे आयात हर बालिग और आकिल व्यक्ति के लिए अनिवार्य है।. मौलाना सैयद सैफ अब्बास नक़वी

शिया हेल्प लाइन 20 रमज़ार 31 मार्च 2024

 

कार्यालय आयतुल्लाह अल उज़मा सैयद सादिक़ हुसैनी शाीराज़ी से जारी हेल्प लाइन पर नीचे दिए गये प्रष्नो के उत्तर मौलाना सैयद सैफ अब्बास नक़वी ने दिए-

नोट- महिलाओं के लिए हेल्प लाइन षुरू की गयी है जिस मे महिलाओं केप्रष्नों के उत्तर खातून आलेमा देेगीं इस लिए महिलाओं इस न0 पर संपर्क करें। न0 6386897124

षिया हेल्प लाइन में तमाम मराजए के मुकल्लदीन के दीनी मसायल जानने के लिए स्ुाबह 10 -12 बजे तक 9415580936- 9839097407 इस नम्बर पर संपर्क करें। एवं ईमेल उंेंमस786/हउंपसण्बवउ पर संपर्क करें।

 

 

 

सवाल- अगर कोई व्यक्ति एतिकाफ के दौरान खुशबू लगाता तो क्या हुक्म है?

जवाब- एतिकाफ में खुशबू लगाना जायज नहीं है, लेकिन अगर कोई रमजान के रोजे में खुशबू लगाता है तो रोजा नहीं टूटेगा।

प्रश्न- क्या नमाज पढ़ाने वाले इमाम का आगे खड़े होकर नमाज़ पढ़ाना जरूरी है?

जवाब- जमाअत की नमाज के लिए अगर इमामे जमाअत थोड़ा आगे खड़ा हो जाए तो काफी है।

सवाल- अगर किसी व्यक्ति के मसाने या गुर्दे में पथरी हो तो क्या वह रोजा रख सकता है?

उत्तर- यदि रोज़ा रखने मे उसे हानि ना हो तो वह रोजा रख़ सकता है।

प्रश्न- सूर्य और चंद्रमा ग्रहन की नमाज जिसको नमाजे आयात कहते है क्या प्रत्येक व्यक्ति के लिए अनिवार्य है?

उत्तर- हाँ, नमाजे आयात हर बालिग और आकिल व्यक्ति के लिए अनिवार्य है।

सवाल- एतकाफ जो तीन दिन की इबादत है अगर कोई शख्स बीच में उठ जाए तो क्या गुनहगार होगा?

जवाब- अगर किसी शख्स ने दो दिन पूरे कर लिए हैं तो उस पर एतिकाफ करना फर्ज है।