अंतर्राष्ट्रीय बज़्मे क़ुरआन के तीसरे दौर का अज़ीमुश्शान इनऐक़ाद
लखनऊ 23 मार्च| रमज़ान, पवित्र क़ुरआन की बहार का महीना है, इसी के पेशेनज़र विलायत एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट की जानिब से बज़्मे क़ुरआन का आयोजन रात्रि 9.15 बजे जामा मस्जिद तहसीनगंज में किया गया जिसमे रियाजुल क़ुरआन , मदरसे तजवीदो क़िराअत, तंज़ील अकादमी, ऐनुल हयात ट्रस्ट , हैदरी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी, हुदा मिशन, इदारा इस्लाह , इलाही घराना , फलाहुल मोमिनीन ट्रस्ट, वली उल अस्र अकादमी , मदरसा जामातुज़ ज़ेहरा का भी सहयोग रहा |
जिसमे क़ारी मौलाना नामदार अब्बास , क़ारी बदरुद्दुजा साहब (उस्ताद, फ़ुरक़ानिया मदरसा) , क़ारी मौलाना अज़ादार अब्बास , क़ारी हाफ़िज़ आफताब आलम , क़ारी सयैद वासिफ़ अब्बास रिज़वी और क़ारी मोहम्मद याहिया ने अपने दिलनशीन एवं दिलकश आवाज़ और बेहतरीन लहजे में पवित्र कुरान करीम की तिलवात से उपस्थित लोगों को आध्यात्मिक प्रकाश प्रदान करते हुए उनके मन को प्रसन्न कर दिया
इस प्रोग्राम की निज़ामत मौलाना हैदर अब्बास रिज़वी ने किया। इस प्रोग्राम को कुरान टीवी के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया। ग़ौरतलब रहे कि यह कार्यक्रम का तीसरा साल है। कार्यक्रम में मशहूर शख्सियतों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर अपनी रूचि का परिचय दिया। जिनमें मुख्य रूप से मौलाना मंज़र सादिक़ , मौलाना हसनैन बाकरी , मौलाना क़मरूल हसन मौलाना सक़लैन बाकरी साहब , मौलाना मुशाहिद आलम , मौलाना सईदुल हसन , मौलाना साबिर अली इमरानी , कल्बे सिब्तैन नूरी और अन्य सम्मानित व्यक्ति उपस्थित रहे | कार्यक्रम में मौजूद लोगों का मानना था की इस प्रकार के अधिक से अधिक आयोजन किये जाने की आवशकता है |
बता दें कि रमज़ान के पाक महीने में पवित्र क़ुरान की तिलावत आम दिनों दिनों से अधिक की जाती है एवं पवित्र क़ुरान की तिलावत का महत्व भी अत्यधिक बढ़ जाता है इस माह में मुसलमान कम से कम क़ुरान को पूरा पढ़ने का प्रयास करते हैं वही जो व्यक्ति क़ुरान को हिफ़्ज़ कर बेहतरीन आवाज़ के साथ इसकी तिलावत करते हैं उन्हें क़ारी कहा जाता है तथा उनकी क़ीरत को सुनने के लिए लोगों में विशेष रूचि देखने मिलती हैं।