शाही जरी को छोटे इमामबाड़े से उठवा कर दस मोहर्रम के जुलूस में शामिल करें जिला अधिकारी.शिकोह आजाद

पूर्व प्रधान मंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का वादा पूरा करते हुए शाही जरी को दस मोहर्रम के जुलूस में शामिल कर रौजाए काजमैन मे दफनाने की इजाजत दी जाए
(सत्ता की शान)
लखनऊ 24 जुलाई 2023 रायल फैमली आफ अवध के महासचिव और अवध के तीसरे बादशाह मोहम्मद अली शाह के वंशज रायल फैमली आफ अवध के महासचिव शिकोह आजाद एवं कब्बन नवाब नेे ग्यारह साल बाद बर्लिगटन चैराहा टावर ब्लाक ई मे प्रेस को संबोधित करते हुए कहा की स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई (पूर्व प्रधान मंत्री भारत सरकार) का वादा पूरा करे लखनऊ प्रशासन। सन 2002 को स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई को दिये गये ज्ञापन में हुसैनाबाद ट्रस्ट के अधीन उठने वाली दस मोहर्रम की शाही जरी को उठवाने के निर्देश पूर्व में उनके द्वारा दिये गये थे। उस समय तत्कालीन जिलाधिकारी के पद पर अराधना शुक्ला ने उसके बाद रायल फैमली आफ अवध के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर 15 दिन का समय मांगा था। शिकोह आजाद ने आगे बताया कि ये हमारा दुर्भाग्य है कि इमाम हुसैन की शहीदी दिवस दस मोहर्रम पर हमारे हुसैनाबाद ट्रस्ट की शाही जरी जिसको उठवाने की जिम्मेदारी ट्रस्ट के चेयरमैन जिलाधिकारी लखनऊ की है. इस पर संज्ञान नही लेते, उन्होंने आगे कहा कि 7 मोहर्रम सन् 2002 को राज्य भवन में हुई मीटिंग में पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेई के साथ स्वर्गीय लाल जी टण्डन लखनऊ की जिलाधिकारी अराधना शुक्ला के साथ 5 पदाधिकारी जिसमें मुख्यरूप से कब्बन नवाब. शिकोह आजाद, स्वर्गीय नवाब जाफर मीर अब्दुल्ला नवाब वारिस अली खाँइ और स्वर्गीय हादी नवाब मौजूद थे। उन्होने आगे कहा कि शाही जरी पुराने रास्ते से ले जाना अब मुमकिन नहीं है गोल दरवाजा होते हुये गुलाम हुसैन पुल के रास्ते रौजा-ए-काजमैन स्थित सआदतगंज जाती थी इस लिये शाही . सरकारी जरी इमाम हुसैन (अ.स) की शहादत पर छोटे इमामबाड़े से उठकर नीबू पार्क होते हुये विक्टारिया स्ट्रीट के रास्ते रौजा-ए-काजमैन ले जायी जाये। इस वार्ता में मौजूद कब्बन नवाब ने कहा कि समाजवादी सरकार में जुलूस-ए-मोहम्मदी उठ सकता है तो भाजपा की सरकार में शाही जरी क्यों नही उठ सकती ? शिकोह आजाद ने आगे बताया कि जिला प्रशासन को शाही जरी उठवा कर इमाम हुसैन (अ.स) की शहादत पर नजराने अकीदत पेश करनी चाहिये क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेई और स्वर्गीय लाल जी टण्डन ने भी इस जरी को उठवाने का वादा किया था। उन्होंने आगे बताया कि लखनऊ की अजादारी भी भाजपा सरकार में खुली थी और शाही जरी भी भाजपा सरकार ही उठवा सकती है। लखनऊ के जिलाधिकारी चेयरमैन हुसैनाबाद ट्रस्ट सूर्य कुमार गंगवार को अविलम्ब इस सम्बन्ध में बैठक कर दस मोहर्रम की शाही जरी उठाये जाने के लिये ट्रस्ट प्रशासन को निर्देशित करे, रायल फैमली आफ अवध इस कार्य में पूरी तरह से सहयोग के लिये तैयार है। उन्होने ने आगे बताया कि जिस तरह आठ मोहर्रम के अलम फातेह फुरात के जुलूस का रास्ता बदला जा सकता है तो उसी प्रकार शाही जरी को छोटे इमामबाड़े से उठवा कर विक्टोरिया स्ट्रीट होते हुये नाजिम साहब के इमामबाड़े से उठने वाले दस मोहर्रम के जुलूस में शामिल कर रौजाए काजमैन मे दफनाने की इजाजत दी जाए। इस प्रेसवार्ता में रायल फैमली के प्रोफेसर आबिद अली खाँ, नवाब मुनव्वर जाफरी, कब्बन नवाब, शिकोह आजाद के अलावा नवाबीन मौजूद थे।