सऊदी शेख के इस्लामिक सेन्टर में आगमन पर सेमिनार का आयोजन

इल्म इंसानियत की मेराज हैः शेख़ बदर बिन नासिर अनजी
सऊदी शेख के इस्लामिक सेन्टर में आगमन पर सेमिनार का आयोजन
लखनऊ, 17 अगस्त।
इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया के तहत दारूल उलूम फरंगी महल में एक सेमिनार ‘‘इस्लाम की इल्म की अहमियत’’ आयोजित हुआ। जिसमें रॉयल एम्बेसी आफ सऊदी अरब के शेख़ बदर बिन नासिर अनज़ी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
सेमिनार का उद्घाटन इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने किया। सेमिनार का आरम्भ दारूल उलूम के अध्यापक कारी तरीकुल इस्लाम की की तिलावत कलाम पाक से हुआ। संचालन मौलाना मो0 जफरूद्दीन नदवी ने किया और मेहमानों का शुक्रिया मौलाना जक़ी नूर ने अदा किया।
सेमिनार को सम्बोधन करते हुए शेख बदर बिन नासिर ने कहा कि इस्लाम धर्म ने पहले ही दिन से इल्म की अहमियत और जरूरत पर जोर दिया। खुदा पाक का फरमान है कि सबसे अच्छा और बेहतर इल्म वही है जिससे इंसानों को दोनों जहॉ में कामयाबी प्राप्त हो। उन्होने कहा कि एक वह दौर था जब कि मुसलमानों ने पूरी दुनिया को दीनी इल्म के माध्यम से दुनियावी इल्म विशेषकर साइंस का नायाब तोहफा दिया और हकीकत यह है कि इल्म ही इंसान की मेराज है जिसके जरिये वह अपनी जिन्दगी की जरूरत को आसानी से पूरा कर सकता है।
उन्होने कहा कि हिन्दुस्तान और सऊदी हुकूमत में सदैव अच्छे सम्बन्ध रहे हैं और आज भी हैं। उन्होने इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया की सेवाओं की सराहना करते हुए सेन्टर की प्रशंसा की।
सेमिनार का उद्घाटन करते हुए मैलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शेख बदर बिन नासिर और अन्य मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे देश में मुसलमान अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलाने की हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। उन्होने कहा कि हमारे देश और सऊदी सरकार के सम्बन्ध बहुत अच्छे रहे हैं जिसकी बुनियादी वजह हमारे उलमा और दीनी केन्द्र हैं।
उन्होने हज के मौके अपर किये जाने वाली व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए सऊदी हुकूमत से मॉग की कि हमारे देश के हज के कोटे में और वृद्धि की जाए ताकि एक बड़ी संख्या में इस पवित्र सफर पर जाने से लोग वंचित न रह जायें और सभी को पवित्र सफर पर जाने का अवसर प्राप्त हो सके।