उपाध्यक्ष महोदय, नाका हिंडोला मे बन रही छह मंजिला इमारत, पार्किग में दुकाने,

योगी सरकार में भी अवैध निर्माण में मददगार लविप्रा कारिन्दे
(सत्ता की शान)
लखनऊ17 अगस्त योगी सरकार में भी लखनऊ विकास प्राधिकरण के घूसखोर कारिन्दे नहीं चेते। अभियंताओं की बिल्डरों से मिली भगत से राजधानी के हर क्षेत्र में अवैध निर्माण नक्शा विरुद्ध निर्माण खूब हो रहे हैं। नक्शा स्वीकृत कर पार्किंग की जगह अवैध दुकानें खड़घ्ी कर उन्हें बेच बिल्डर लाविप्रा अभियंताओं और एलडीए उच्चाधिकारियों तक पैसा पहुंचा रहे हैं। अगर ऐसा न होता तो नाका हिन्डोला चैराहे व नाका थाने से महज सौ मीटर की दूरी अमीनाबाद रोड पर व्यस्ततम बाजार के बीच गैरकानूनी ढंग से अवैध दुकानें न तैयार की जा रही होतीं। तस्वीर में दिख रही इमारत नाका हिन्डोला थानांतर्गत होटल दीप अवध के ठीक सामने बनकर तैयार है। इस इमारत का नक्शा पास है लेकिन छह मंजिल का हो नहीं सकता किन्तु, यहां तैनात जोन छह के जोनल अधिकारी और अवर अभियंता की मिलीभगत से पार्किंग में नक्शे के विपरीत कई दुकानें तैयार करवा दी गई हैं। प्रवर्तन जोन-6 के अधिषासी अभियंता राजीव सिंह से स्थानीय निवासियों द्वारा कई बार शिकायत किये जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और नक्शा विरुद्ध अवैध दुकानों का निर्माण होता रहा। कोई भी कार्रवाई गयी होती तो निष्चित ही नक्शे के विपरीत कराया जा रहा यह निर्माण कब का रुक गया होता।अवैध निर्माण जारी रहना यह बताता है कि सम्बंधित अधिषाशी अभियंता की शह पर अवर अभियंता नक्शा विपरीत निर्माण के लिए बिल्डर को खुली छूट दिये हुये है। इस तरह लविप्रा अभियंता योगी सरकार की अवैध निर्माण पर की गयी सख्ती का माखौल उड़ा रहे हैं। अवैध निर्माणों पर मुख्यमंत्री के निर्देर्षों का लविप्रा कब पालन करेगा, लविप्रा उच्चाधिकारियों को ऐसे निर्माण नहीं दिखाई देते, क्योंकि वे कभी क्षेत्रों के मौके-मुआयने पर नहीं निकलते। बिल्डरों से सांठ-गांठ जरूर कर लेते हैं, सो ऐसे में उनकी मिलीभगत से राजधानी की संकरी गलियों से लेकर मुख्य बाजारों और पाश इलाकों में रोज ही निर्माण के मानक टूट रहे हैं और अवैध निर्माण व नक्शा विरुद्ध निर्माण परवान चढ़ रहा है। यह सब भ्रष्टाचार की ओट में निर्माणकर्ताओं के हौसले बुलंद करने को भीतर ही भीतर हरी झण्डी दिखाना है? उक्त मामले में कब कार्रवाई होगी लविप्रा उपाध्यक्ष महोदय?