हिन्दू मुस्लिम एकता से देश आजाद हुआ: मौलाना खालिद रशीद
‘‘आजादी मेला’’ के अन्तिम दिन विद्यार्थियों को पुरस्कार दिये गए
लखनऊ, 16 अगस्त।
इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने आज यौम-ए-आजादी के अवसर पर दारूल उलूम फंरगी महल में झण्डा रोहण किया।
मौलाना खालिद रशीद ने ध्वजारोहण के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि इस्लाम की इच्छा का पालन करते हुए हमारे उलमाक्राम ने बर्तानवी साम्राज का भरपूर मुकाबला किया। उनकी कठोर प्रतिज्ञा और खुदा के बन्दों से उन का बे पनाह प्रेम के कारण अंग्रेजों को यह देश छोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि शेर-ए-मैसूर टीपू सुलतान शहीद, सै0 अहमद शहीद, शाह अब्दुल अजीज मुहद्दिस देहलवी, मुफ्ती मजहर करीम दरियाबादी, अल्लामा फजले हक़ खैराबादी, मौलाना अब्दुल बारी फंरगी महली, मौलाना मेहमूद हसन देवबन्दी, मौलाना हुसैन अहमद मदनी, मौलाना मुहम्मद अली जौहर, मौलाना अबुल कलाम आजाद और मौलाना उबैद उल्लह सिंधी और इन जैसे हजारों उलमाक्राम ने देश को बर्तानवियों से स्वतन्त्र कराने में जो कर्बानियां दीं हैं देश उन का सदैव आभारी रहेगा।
उन्होने जोर देते हुए कहा कि जब देश को आजाद कराने का समय था तो हिन्दू और मुस्लिम एक थे लेकिन जब देश आजाद हो गया तो फिर आपस में यह दुश्मनी कैसी। अगर हिन्दू õमुस्लिम एकता न होती तो यह देश आजाद न होता।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के मध्य स्वतन्त्रता सेनानी की सेवओं पर स्कूल व कालेज और मदरसों के विद्यार्थियों के बीच तकरीर और तिरंगा पेन्टिंग मुकाबला हुआ। कामयाब होने वाले विद्यार्थियों को प्रथम, दितीय और तृतीय पुरस्कार दिये गए।
आजादी मेले के अन्तिम समारोह में दानिश आजाद अंसारी राज्यमंत्री अल्पसंख्यक कल्याण विभाग उ0 प्र0 ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होने अपने हाथों से बच्चों को पुरस्कार दिये। इसी के साथ इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया के तीन दिवसीय आजादी मेले की सरहाना की और मोलाना फरंगी महली के कामों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मौलाना की मेहतन की वजह से ही विशेषकर पुराने लखनऊ को खूब सजाया गया और पूरे जोश के साथ आजादी की 75वी वर्षगांठ मनायी गयी।