





शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास की आह्वान पर आज लखनऊ के शहीद स्मारक पर मई 10 (मंगलवार) को दिन में 12.30 बजे सऊदी अरब हुकूमत के खिलाफ शिया समुदाय एक विशाल धरना-प्रदर्शन किया गया जिसमे सैकडों लोगो नें काले कपडे पहन कर शिरकत की पहले मौलाना एजाज नें मजलिस पढी और और फिर ब्लेड का मातम किया गया
लखनऊ।10 मई। शिया पर्सनल लाॅ बोर्ड के सचिव,प्रवक्ता व शिया धर्म गुरु मौलाना यासूब अब्बास के आह्वान पर आज राजधानी स्थित शहीद स्मारक पर समय 12:30 पर शिया समुदाय ने एक विशाल धरना-प्रदर्शन आयोजित कर सऊदी अरब सरकार की खिलाफत करते हुए मांग की है कि हज़रत मोहम्मद(स॰) की बेटी हज़रत फातिमा(स॰) की मज़ार को पुनः निर्मित किया जाए। धरने को संबोधित करते हुए शिया धर्मगुरु यासूब अब्बास ने कहा कि सऊदी हुकूमत ने हज़रत मोहम्मद (स॰) की पुत्री हज़रत फातिमा(स॰) की मज़ार गिराकर शिया धर्म को गहरी ठेस पहुंचाई है। इस कारण दुनियाभर के शिया समुदाय में गहरा रोष है। मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हम अपने मांगपत्र के द्वारा भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि देश की मोदी सरकार इस संबंध में सऊदी हुकूमत से कूटनीति के तहत सऊदी सरकार से हज़रत फातिमा(स॰) की मज़ार पुनः बनवाने के बावत दबाव बनाये अथवा सऊदी सरकार से परमीशन दिलवायें कि भारत की शिया समुदाय अपने खर्च पर हज़रत फातिमा की मज़ार का पुनर्निर्माण कर सके। मौलाना अब्बास ने यह भी कहा कि हम सरकार को मांगपत्र भेज रहे हैं साथ ही अपने खून से लिखा एक पत्र भी सऊदी हुकूमत को भेज रहे हैं मौलाना यासूब अब्बास ने कहा की जिस तरह से यजीद नें हजरत इमाम हुसैन का करबला में घर जलाया था और यह सोचा था की इमाम हुसैन का कोई नाम लेने वाला न होगा लेकिन आज इमाम हुसैन के अनगिनत घर हैं जिसकी कोई गिनती नहीं है। आज इतने इमाम हुसैन के चाहने वाले अजादार हैं जो अपना घर जब बनवाते हैं तो पहले अजाखाना बनवातें हैं। और मौलाना यासूब अब्बास नें कहा की एक जनन्तुलबकी की शबीह अपनें इमामबाडे में जरूर रखें या अपनी हैसियत के हिसाब से अगर हो सके अपनें घरों में या गांव में जनन्तुलबकी का रौजा बनवायें जिससे हम लोगों की आनें वाली नसलों को भी मालुम हे की आले सउद नें कैसे रसूले ख्ुादा की बेटी बीबी जहरा स0मु0 का रौजा शहीद कर दिया था। और यह आले सउद के मुहं पर एक तमाचा होगा कि देखो तुमने एक रसूले ख्ुादा की बेटी बीबी जहरा स0मु0 का रौजा गिरवाया तो हमनें लाखों रौजे बनवा लिये। जलसे में मौलाना एजाज.मौलाना सायम मेंहदी.मौलाना जाहिद अहमद मौलाना मीसम जैदी. मौलाना जकी जैदी .मौलाना जफर अब्बास.मौलाना रजा अब्बास.मालाना कल्बे अब्बास.मैलाना फरहत.मौलाना तकी हैदर मुजफफरनगर .तथा अन्य मौलाना साथ में रहे। बाद जलसे के भारत सरकार को एक माँग पत्र भेजा गया कि भारत,पवित्र “जन्नतुल बाकी” के पुनः निर्माण के लिए सऊदी सरकार पर कूटनीतिक दबाव बनाये। भारत सरकार से अपील की गयी कि वह लाखों अहलेबैत अ0स0 के चाहने वालों की भावनाओं और अकीदत का सम्मान करते हुए हजरत फातिमा जहरा स0 और चार अन्य इमामों अ0स0 की रौजों के पुनर्निर्माण के लिए सऊदी सरकार पर दबाव डाले। इसके अलावा प्रदर्शनकारी “जन्नतुल बकी” के पुनः निर्माण के लिये अपने “रक्त” से लिखकर एक पत्र भी दिल्ली स्थित सऊदी दूतावास भेजेगा। https://youtu.be/baXtHWvrvQY