आल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड की वसीम रिजवी द्वारा लिखी गयी किताब पर प्रेसवाता
(सत्ता की शान)
लखनऊ। आल इण्डिया शिया पर्सनल ला बोर्ड द्वारा आज प्रेस क्लब में कांफ्रेंस की गयी जिसमें मोहम्मद साहब व कुराँन शरीफ के खिलाफ की गई वसीम रिजवी टिप्पणी को लेकर प्रेस कांफ्रेंस में शिया पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैम मेहदी, मौलाना जैद अहमद, मौलाना जहीर अहमद इफ्तेखारी व मिर्जा जाफर अब्बास व तमाम ओलेमा मौजूद रहे।
जिसमें शिया पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि हम लोग कई महीने से विरोध करते आ रहे है कि वसीम रिजवी को गिरफ्तार किया जाये। उनकी तहरीर व तकरीर पर पाबंदी की जाये, देश के अन्दर अमन व सुकून कायम हो और कहा कि जब वसीम ने कुरान की बेहुरमती की थी तब हमने हुकूमत से कहा था कि वसीम पर कार्यवाही की जाये तब हमारी कोई बात नहीं सुनी गयी। उसका असर यह हुआ कि उसने दोबारा मोहम्मद साहब की तौहीन की। जिससे 26 करोड़ मुसलमान आहत हुए है। यह शिया पर्सनल ला बोर्ड इसीलिए बनाया गया था कि तमाम मुस्लिम मसाईल इसमें रखे जायेंगे। और कहा कि हमें यह लगता है कि कहीं न कहीं सरकार वसीम रिजवी का सपोर्ट कर रही है जिसकी वजह यह है कि आज तक के वसीम रिजवी को गिरफ्तार नहीं किया गया। देश में 26 करोड़ मुसलमानों की बात नजर अंदाज करके वसीम रिजवी को गिरफ्तार न करना यह भी एक प्रश्न का विषय है छोटे छोटे केसों में आम आदमी को पुलिस बहुत जल्दी गिरफ्तार कर लेती है यह मामला तो देश के 26 करोड़ मुसलमानों की आस्था से जुड़ा हुआ है शिया वक्फ बोर्ड के लिए शर्त यह है कि शिया मुसलमान ही उसका मेम्बर होगा, वसीम रिजवी न शिया है न सुन्नी है फिर भी हुकूमत उसे शिया वक्फ बोर्ड का मेम्बर नियुक्त किये हुए है। और कहा कि यदि सरकार वसीम रिजवी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेती है तो 16 नवम्बर को पूरे भारत में वसीम रिजवी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का बोर्ड ऐलान करेगा।