मुख्यमंत्री ने अयोध्या में बताया कि गत साढ़े सात साल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर जरूरतमंद को आवास, शौचालय, बिजली, रसोई गैस और स्वास्थ्य बीमा की सुविधा से कवर किया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की उपलब्धियों का उदाहरण देते हुए कहा, विगत डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय से दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। भारत में तमाम अवरोधों और नकारात्मक ताकतों के बावजूद कोरोना का फ्री टेस्ट, फ्री उपचार, फ्री राशन, फ्री वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध कराई गई और यह स्वयं में राम राज्य की कल्पना को साकार करने जैसा है। दीपोत्सव के प्रथम संस्करण्ण के साथ रामनगरी के बदलाव का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, अयोध्या अब एक नई सांस्कृतिक नगरी के रूप में दुनिया के सामने छा जाने को तैयार हैै। कोई भी ताकत 2023 तक भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण को नहीं रोक सकती।अपने उद्बोधन में उन्होंने 31 वर्ष पूर्व की घटना का उल्लेख भी किया। बताया कि 30 अक्टूबर और दो नवंबर 1990 की कारसेवा में रामभक्तों पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया था और गोलियां चलाई गई थीं। तब जय श्रीराम बोलना पाप होता था, किंतु उन लोगों को आज केंद्र एवं प्रदेश में सरकार बनाने वाली रामभक्तों के मत की ताकत का एहसास हो गया है और वे अब रामभक्तों के सामने झुक रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, यही लोकतंत्र की ताकत है और सभी को साथ रखने तथा सभी का मंगल श्रीराम की विरासत है और श्रीराम सभी को दैहिक, दैविक एवं भौतिक तापों से मुक्त कर रामराज्य की आधारशिला रखते हैं। यह विरासत आज आगे बढ़ रही है।कोरोना संकट का सामना कर रहे 15 करोड़ प्रदेशवासियों को होली तक मुफ्त राशन मिलेगा। यह सुविधा पाने वाले अंत्योदय कार्डधारकों को प्रति माह 35 किलो ग्राम चावल, गेहूं के साथ दाल, खाद्य तेल, नमक और चीनी भी प्रदान की जाएगी। जबकि बीपीएल कार्ड धारकों को प्रति यूनिट पांच किलो ग्राम चावल, गेहूं के साथ दाल, खाद्य तेल और नमक प्रदान किया जाएगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। वे सरयू तट स्थित रामकथापार्क में पंचम दीपोत्सव का उद्घाटन करने के बाद विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने याद दिलाया कि कोरोना संकट को ध्यान में रख कर प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन वितरण नवंबर तक प्रस्तावित था, किंतु उत्तर प्रदेश में यह योजना अगले वर्ष होली तक चलेगी।