नजूल की जमीन पर बन रहा है ‘गगनचुंबी’ अपार्टमेंट

(सत्ता की शान)
लखनऊ,12 अक्टूबर। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी द्वारा शासन के निर्देशानुसार लगातार अवैध निर्माणों पर कार्यवाही करने हेतु अपने मातहत अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकें करके उन्हें कड़े दिशा-निर्देश दिये जा रहे है। इन सबके बावजूद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अवैध निर्माण लगातार विकराल रूप धारण करते नजर आ रहे है। इसके पीछे कारण जो भी हो मगर लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठ रहे है। मौजूदा समय में अवैध निर्मार्णों के साथ-साथ दबंग बिल्डर्स नजूल की सरकारी भूमि को हथियाने में भी कोई संकोच नहीं कर रहे है।


ऐसे ही एक प्रकरण में मुख्यमंत्री के सीएम पोर्टल पर सामाजिक कार्यकर्ता आनंद मिश्रा द्वारा शिकायत दर्ज कराकर कार्यवाही की मांग की गयी है। साथ ही प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी तथा सचिव पवन गंगवार के भी संज्ञान में मामला लाया गया है। अब देखना है कि एलडीए अधिकारी इस अवैध अवैध निर्माण पर कितनी तीव्रता से कार्यवाही करते है। जानकारी में आया है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण जोन-6 थाना नाका हिंडोला अन्तर्गत ऐशबाग पुल के निकट एक चर्चित बिल्डर द्वारा सरकारी नजूल की सम्पत्ति पर पूर्व में अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया था। सड़क किनारे स्थित इस बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के लिए दबंग बिल्डर्स द्वारा प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों से सांठ-गांठ किये जाने की बात सामने आयी है। शिकायत पत्र में कहा गया है कि नजूल की इस हजारों वर्गफुट भूमि पर पूर्व चर्चित राज्यमंत्री द्वारा कब्जा करके अपार्टमेंट बनाया गया इस आलीशान अपार्टमेंट में बने फ्लैटों को एक-एक करोड़ में बेचा जा रहा है यही नहीं यहां बनायी गयी अवैध दुकानों को भी मोटी रकम देकर बिक्री की जा रही है। यह तब हो रहा है जब लखनऊ विकास प्राधिकरण नजूल की भूमि को लेकर न्यायालय में मुकदमा लड़ रहा है। न्यायालय द्वारा इस संबंध में कोई नया निर्माण करने पर रोक भी लगा रखी है। चर्चित बिल्डर्स को मात्र फीनिशिंग करने के आदेश मिले थे, जिसके आधार पर अभी कुछ दिन पहले ही एक बिल्डर्स द्वारा अवैध रूप से एक और फ्लोर तैयार कर लिया गया है। जबकि एलडीए द्वारा अभी तक मात्र नोटिस जारी किया गया है। गौरतलब पहलू है कि यह वहीं चर्चित राज्यमंत्री है जिनके द्वारा शहीद पथ पर तमाम अवैध बिल्डिंगों का निर्माण किया गया है साथ ही इनके विरुद्ध अभी हाल ही में हजरतगंज थाने पर भी मुकदमा लिखवाया गया। शहीद पथ पर सील की गयी बिल्डिंग की सील भी इनके लोगों द्वारा तोड़े जाने की बात सामने आ रही है।

पूर्व राज्यमंत्री के कारिंदे ने आरोपों को नकारा–इस प्रकरण में पूर्व राज्यमंत्री और चर्चित बिल्डर्स के प्रतिनिधि अजय गुप्ता ने कहा कि ऐशबाग में लखनऊ विकास प्राधिकरण के नियम विरुद्ध कोई भी निर्माण नहीं कराया गया है, उन्होंने यह जरूरी स्वीकार किया कि वहां पर चल रहे निर्माण के संबंध में एलडीए द्वारा एक नोटिस भेजा गया जिसके बाद काम बंद हो गया है। इसके अलावा चर्चित बिल्डर्स पर लगे अन्य आरोपों को भी उन्होंने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि निर्माण कार्य पूरी तरह नियम के तहत कराया जा रहा है।