पंजाब राजभवन में दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण ले रहे हैं। राज्यपाल ने उनको शपथ दिलाई। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी उनके साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। समारोह में शपथ के लिए मंच पर पहुंचे। ओपी सोनी ने भी उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया। करीब 10 मिनट चले शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी नहीं पहुंच सके। वह सीएम और दोनों सीएम के शपथ ग्रहण करने केेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे पहुंचे।
इससे पहले राहुल गांधी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन वह शपथ ग्रहण करने के बाद पहुंचे। चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं। वह पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। शपथ ग्रहण समारोह में निवर्तमान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह नहीं आए। शपथ ग्रहण समारोह से पहले चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से मिलने पहुंचे।
मुख्य सचिव विनी महाजन और डीजीपी दिनकर गुप्ता ने नए बनने वाले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। उनके शपथ ग्रहण समारोह में मंच संचालन चीफ सेक्रेटरी विनी महाजन ने किया।
चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता। (जागरण)
राजभवन में केवल 40 लोगों की एंट्री दी गई। इसमें चन्नी के रिश्तेदार, सीनियर अधिकारी और कांग्रेस के सीनियर नेता व कुछ विधायक ही शामिल थे। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद चन्नी सीधा मुख्यमंत्री दफ्तर जाएंगे जहां पदभार ग्रहण करने के बाद उनका साढ़े बारह बजे पंजाब भवन में मीडिया को संबोधित करने का कार्यक्रम है। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर कार्यक्रम काफी सीमित रखा गया। मीडिया को भी इसे कवर करने की अनुमति नहीं थी। कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया गया।