लखनऊ, 14, जुलाई।
दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल के अन्र्तगत हर साल की तरह इस साल भी इ्र्रद-उल-अज़हा हेल्प लाइन की शुरूआत की गयी है। इस हेल्प लाइन से लोग फोन और वेब साइट के जरिए 12 जुलाई 2021 से 24 जुलाई 2021 तक दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक कुर्बानी हज व उमरा और अन्य समस्याओं से सम्बंधित सवालात मालूम कर सकते हैं। जिनके जवाबात इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नाजिजम दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल की अध्यक्षता में उलमाक्राम का एक पैनल देता है। लोग अपने सवालात इन नम्बरों 9335929670 7007705774 9415102947 9140427677 और वेब साइट www.farangimahal.in पर मालूम कर सकते है। आज पूछे गए सवालों में से कुछ निम्नलिखित हैंे:
सवाल: 1 कुर्बानी के जानवर की चर्बी से अगर साबुन बनाया जाए तो किया जाएज है?
जवाब: 1 जाएज है।
सवाल: 2 कुर्बानी के गोश्त को किस तरह से इस्तेमाल करना चाहिए?
जवाब: 2 बेहतर है कि कुर्बानी के गोश्त के तीन हिस्से कियें जाएं, पाहला हिस्सा गीरबो कों, दोसरा रिश्ते दार व दोस्त को और तीसरा अपने लिए रखना चाहिए।
सवाल: 3 क्या कुर्बानी अपने निवास स्थान पर करना जरूरी है?
जवाब: 3 कुर्बानी अपने निवास स्थान पर करना बेहतर है। अगर दूसरी जगह कर दी जाए तब भी हो जाएगी।
सवाल: 4 क्या कुर्बानी करने वाले पर उसका गोश्त खाना जरूरी है?
जवाब: 4 जरूरी नही है लेकिन खाना बेहतर है।
सवाल: 5 कुर्बानी किस समय तक कर सकते हैं?
जवाब: 5 10 जिलहिज्ज से लेकर 12 जिलहिज्ज की शाम तक कर सकते है।
जवाब: 1 जाएज है।
सवाल: 2 कुर्बानी के गोश्त को किस तरह से इस्तेमाल करना चाहिए?
जवाब: 2 बेहतर है कि कुर्बानी के गोश्त के तीन हिस्से कियें जाएं, पाहला हिस्सा गीरबो कों, दोसरा रिश्ते दार व दोस्त को और तीसरा अपने लिए रखना चाहिए।
सवाल: 3 क्या कुर्बानी अपने निवास स्थान पर करना जरूरी है?
जवाब: 3 कुर्बानी अपने निवास स्थान पर करना बेहतर है। अगर दूसरी जगह कर दी जाए तब भी हो जाएगी।
सवाल: 4 क्या कुर्बानी करने वाले पर उसका गोश्त खाना जरूरी है?
जवाब: 4 जरूरी नही है लेकिन खाना बेहतर है।
सवाल: 5 कुर्बानी किस समय तक कर सकते हैं?
जवाब: 5 10 जिलहिज्ज से लेकर 12 जिलहिज्ज की शाम तक कर सकते है।