लखनऊ। आगामी मोहर्रम में मजलिसों का दौर जारी है। जिसकी आज तीसरी मजलिस हुई। हालाकि सरकार ने कोरोना संक्रमण काल में मजलिस व मातम पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद से धर्मगुरुओ ने अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमे इमाम बारगाहो में होने वाली मजलिसों की 5 लोगो में करने की अनुमति मिल गयी थी। जबकि मोहर्रम में लोगो के घरों में ताज़िया भी रखा जाता है और उसको अशरा (10 मोहर्रम ) को कर्बला में दफनाया जाता है। जिसकी अनुमति न मिलने पर मुसलमानों में काफी रोष था और धर्मगुरुओ से बात कर ताज़िया रखने व दफनाने की भी सरकार से मांग रखने को कहा था लेकिन इजाजत नही मिल पाई थी। इस क्रम में मौलाना कल्बे जव्वाद सहित कई उलेमाओ ने धरना दिया था जिसके बाद घरो में ताज़िया रखने व घरो में मजलिस व मातम करने की परमिशन मिल गयी। जिससे मुसलमानों में काफी खुशी देखने को मिली और सरकार का धन्यवाद भी किया। जिसके बाद से मजलिस का दौर शुरू हो गया। 1 मोहर्रम से होने वाली मजलिस में सोशल डिस्टेनसिंग के साथ 5 लोगो मे चौक स्थित इमाम बाड़ा गुफरानमआब में हुई जिसको मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने संबोधित किया।
इसी के साथ शहर के सभी इमाम बारगाहो में मजलिसों का आगाज़ जारी है। इमाम बाड़ो में होने वाली अशराए मजलिस को मौलाना सैफ अब्बास, मौलाना मीसम ज़ैदी, मौलाना अली नासिर सईद, मौलाना अब्बास इरशाद सहित तमाम धर्मगुरुओं ने संबोधित किया।
मोहर्रम में होने वाली मजलिस व मातम में पुलिस भी पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रही है। पुलिस लगातार क्षेत्र में पैदल गश्त करने के साथ ड्रोन कैमरा से निगरानी भी कर रही है। सआदतगंज, वजीरगंज, चौक, बाजार खाला, ठाकुरगंज सहित अन्य थानों की पुलिस सड़को पर मुस्तैद रहकर अपनी जिम्मेदारी निभा रही है।
पुलिस लगातार अपने क्षेत्र में पैदल गश्त करने के साथ ड्रोन कैमरा से निगरानी कर रही है, और ड्यूटी पर लगे पुलिस कर्मियों को चेक करने के साथ ही ब्रीफ भी कर रही है।