ईद-ए-गदीर, स्वतंत्रता दिवस, कृष्ण जन्माष्टमी आदि त्योहारो और मोहर्रम के दृष्टिगत की गई मीटिंग, डीसीपी पश्चिमी ने थाना प्रभारियों को सकुशल सम्पन्न करने के दिए दिशा निर्देश


लखनऊ। डीसीपी पश्चिमी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी द्वारा पश्चिमी क्षेत्र के सभी चौकी/बीट प्रभारियों के साथ कैसरबाग स्थित स्वयं के कार्यालय में मीटिंग की गई । मीटिंग में अन्य अधिकारीगण एडीसीपी पश्चिमी श्याम नारायण सिंह, एसीपी कैसरबाग आईपी. सिंह, एसीपी चौक दुर्गा प्रसाद तिवारी, एसीपी बाजारखाला अनूप कुमार सिंह एवं पश्चिमी जोन के समस्त चौकी एवं बीट प्रभारी मौजूद रहे ।

मीटिंग के दौरान उनके क्षेत्र में दिनांक 9.8.2020 को आगामी बी.एड. संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2020 के परीक्षा केन्द्रों के बारे में जानकारी ली गई एवं समुचित पुलिस बल के साथ परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु हिदायत किया गया । लॉकडाउन की अवधि में भी परीक्षार्थियों के आवागमन हेतु सभी प्रकार के सवारी वाहनों को चलने की अनुमति प्रदान की गई है । चेकिंग के दौरान परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र को ही लॉकडाउन पास माना जाये ।

मीटिंग के दौरान आगामी त्यौहार ईद-ए-गदीर, स्वतंत्र दिवस, गणेश चतुर्थी, कृष्ण जन्माष्टमी त्योहारो में कार्यक्रमो और मोहर्रम में कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत सकुशल सम्पन्न कराने हेतु तथा आम जन मानस और पुलिस के बीच समन्वय स्थापित करने हेतु धर्मगुरूओं, मौलवी/मुतवल्लीयों के साथ मीटिंग कर अपने – अपने क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी करें एवं कार्यक्रमों के दौरान कोविड-19 के गाइड लाईन को प्रभावी बनाने हेतु उनके आयोजकों को 149 सीआरपीसी की नोटिस तामील करायें । तथा क्षेत्र के सम्भ्रान्त व्यक्तियों की सूची तैयार कर उनके साथ मीटिंग करें, क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर लें एवं उन क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल के साथ भ्रमणशीलता बनाये रखें ।

अपने-अपने क्षेत्र के अराजक तत्वों एवं नए सक्रिय हुए अपराधियों को चिन्हित कर उनको पाबन्द करें एवं उनके क्रियाकलापों पर निगरानी रखें । क्षेत्र में सोशल मीडिया पर कोई भी साम्प्रदायिक/भड़काऊ/अफवाह पोस्ट करने वाले लोगों पर वैधानिक कार्यवाही की जाये । अराजक तत्वों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर लगाये जाने वाले अप्रिय बैनर, पोस्टर, झण्डे की रोकथाम हेतु लगातार समुचित पुलिस बल के साथ भ्रमणशीलता बनाये रखें, इस दौरान किसी भी प्रकार की कोई चूक नहीं होनी चाहिए, जिससे धार्मिक उन्माद को फैलने से रोका जा सके । सभी लोग अपने- अपने क्षेत्र में पूर्व में त्यौहार के दौरान हुई घटनाओं की जानकारी कर लें एवं उस दौरान घटनाओं में सलिप्त रहे व्यक्तियों की निगरानी करना सुनिश्चित करें । इस प्रकार आगामी समस्त कार्यक्रमों को कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत शासन द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों के अनुरूप संपन्न कराये जाने के निर्देश दिये गये ।