
लखनऊ। मदरसा परिषद बोर्ड की परीक्षा आज से शुरु हो गई हैं पूरे प्रदेश में 557 सेंटरो पर परीक्षा दो पाली में हो रही जो 5 मार्च तक चलेगी। कुल 1,82,258 छात्र छात्राएं इस बार मदरसा बोर्ड में परीक्षा दे रहे हैं। लखनऊ में परीक्षा के लिए छे केन्द्रों को चयनित किया गया है। जहाँ सभी छात्र छात्राएँ परीक्षा दे रहे हैं। वहीं मदरसा परिषद ने परीक्षा को यूपी बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर नकल वीहिन कराने का दावा किया था लेकिन लखनऊ में दावे खोखले नज़र आए है।

सीसीटीवी के नाम पर महज़ तीन क्लास में कैमरे मिले बाकी भगवान भरोसे। वहीं छात्रों का कहना था कि जो परीक्षा बोर्ड की तरफ़ से रोल नंबर आया है वो काफ़ी बड़ा है जिसकी वजह से लिखने में काफ़ी ज़्यादा समस्या हुई है।
मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर लगातार दावा किया जा रहा था की CCTV कैमरा की निगरानी में सभी परीक्षाएं होंगी। लेकिन राजधानी लखनऊ में पत्रकार टीम मदरसा जामिया अरेबिया पहुँची तो वहाँ 17 क्लास में से कुल तीन कमरों में CCTV मिला बाक़ी कमरों में CCTV की व्यवस्था नहीं थी। क्लास में दो टीचर मौजूद थे और बच्चे अपनी परीक्षाएं दे रहे थे जिसमें छात्र और छात्राएँ दोनों ही मौजूद थे। लेकिन ये मदरसा बोर्ड के ऊपर एक बहुत बड़ा सवालिया निशान उठाता है की अगर राजधानी लखनऊ में ही CCTV कैमरा के दावे खोखले नज़र आ रहे हैं तो दूसरे जनपदों में क्या हालात होंगे।
CCTV कैमरा को लेकर जब मदरसे के मैनेजर इम्तियाज़ अहमद से बात करी तो उन्होंने बताया कि इस मदरसे में तीन जो बड़े हॉल है वहाँ CCTV कैमरा लगे हुए हैं और बाक़ी में CCTV कैमरा नहीं है लेकिन परीक्षा को नक़ल विहीन बनाने के लिए हर कक्षा में 2 टीचर मौजूद है। वहीं परीक्षा देने के लिए मदरसे में किसी भी तरह का कोई फ़र्नीचर नज़र नहीं आया न ही क्लास में कोई सीटिंग अरेंजमेंट किया गया था। सभी छात्र और छात्राएँ ज़मीन पर बिछी दरी पर बैठकर एग्जाम देते नजर आए। जब इस मामले पर मैनेजर से सवाल किया तो वो गोल मोल जवाब देते नज़र आए। मदरसा बोर्ड की परीक्षा का पहला दिन और तमाम खामियों ने मदरसा बोर्ड की सभी दावों की पोल खोल के रख दी है।