भारत सरकार की लोकप्रियता सवस्थ नीती के विरूद्ध है ,”भारतीय नागरिक संशोधन बिल”CAA”शाइस्ता अम्बर


भारत की मिट्टी में बसी है सांझी संस्कृति आपसी प्यार, सौहार्द यहां का हर बेटा हर बेटी, देश भक्ति हैं, यहां की फ़िज़ा में क्रांतिकारी इन्क़ेलाब पसंद ख़ुशबू बसी हुई है। हमारे देश का संविधान धर्मनिरपेक्ष हैं।
CAA,NRC, जैसे क़ानून,भारतीय नागरिकों के हित में नहीं है,ये बांटने और भेदभाव को बढ़ाने नापाक इरादे हैं,हम सभी भारतीय नागरिक घुसपैठियों को भारत से बाहर भेजने के पक्ष में हैं, हमारे देश के अहम मुद्दों पर चर्चा होती, बेरोजगारी से परेशान लोग अपराध कर सकते हैं।
नागरिकों को अच्छी बेहतर ससती ,शिक्षा, देश के युवाओं को रोजगार दिया जाता,बलात्कर,मानव तस्करी को रोकने पर सख़्त क़दम उठा या जाता।
,न्याय, सुरक्षा,के मुद्दे होते,आय से अधिक धन रखने वालों के खिलाफ लोगों की जांच होती,जो देश के बैंकों को चूना लगाकर देश की आर्थिक स्थिति को बर्बाद किया और विदेश भाग गए,उनपर कार्रवाई की जाती।
इन मुद्दों पर चर्चा कर देश में आर्थिक विकास बढ़ाने की चर्चा होती।CAA,NRCआदि की आवश्यकता नहीं थी, हमारे देश देश की जांच एजेंसी सुरक्षा एजेंसियां सीमा बल प्रर्याप्त है।और अगर CAAको लाना ही था तो मुस्लिम समुदाए क्यों अलग किया? जिन ग़रीबों के घर बाढ़ से या आग से समाप्त हो जाते हैं, वो क्या? करेंगे,क्या हमारे भारतीय नागरिक होने से वंचित हो जाएंगे।
पूरे देश का हर धर्म, समुदाय वर्ग का नागरिक, अपने भारतीय नागरिक के अधिकारों की संविधान की सुरक्षा में बिना किसी भेदभाव के धरने पर बैठे हैं ,या उनकी मानवतावादी विचार से मददगार है, मैं क्रांन्तीकारी इन्क़ेबी सलाम करती हूं।
हर महिलाएं, पुरुष, बेटियां बेटे युवा, हर प्रशासनिक अधिकारी उलझ गया,CAA के मुद्दे से परेशान हैं, दूसरे अहम मुद्दों को छोड़ इसी में ही अपना कीमती समय लगाने लगा।
भारत सरकार की लोकप्रियता सवस्थ नीती के विरूद्ध
है ,”भारतीय नागरिक संशोधन बिल”CAA
हम सभी धर्मनिरपेक्ष भारतीय नागरिक विरोध करते हैं
हमारे देश की सर्वोच्च न्यायालय भारत के संविधान में दिए गए न्याय, अधिकार को , भारतीय नागरिकों के लिए न्याप्रीय उदारतापूर्वक और नागरिकों के हित में ही फैसला सुनाएगी। हमें विश्वास भरोसा रखना होगा। और CAA,NRC ,पांच आदरणीय मुख्य न्यायाधीश जो संविधान के अनुच्छेद के अंतर्गत नियमों के अनुसार ही फैसला सुनाएंगे
हर स्कूल कालेजों ,मदरसों में शिक्षण संस्थानों ,और अनुसंधान में संविधान को पढ़ाने या समझाने की जागरूकता फैलाई जानी चाहिेए।हर बच्चा शिक्षित हो,और समाजी न्याय अधिकार का ज्ञानी हो, देश के भविष्य ये भारतीय बच्चे पुरी दुनिया के सबसे बड़े विकास शील देशों में भारत को विकासशील दर्ज कराएंगे। जय हिन्द 🇮🇳
शाइस्ता अम्बर,
समाज सेविका, अध्यक्ष,आॅल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड। लखनऊ