इस्लाम अकेला मज़हब है जिस ने बेटियों को हक दिया: मौलाना सय्यद मोहम्मद मोहसिन तकवी
लखनऊ: हज़रत मोहम्मद साहब की बेटी की शहादत के सिलसिले में तीन दिवसीय मजलिसों की पहली मजलिस का आयोजन हुआ। जिसकी शुरुआत क़ुरआन पाक की तिलावत से मौलवी कौकब अली ने किया। उसके बाद मौलवी गमख़्वार हुसैन, मौलवी मोहम्मद हसनैन हसनी और मौलवी ज़फ़र अली ने अशहार पेश किया।
मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना सय्यद मोहम्मद मोहसिन तकवी ने कहा कि इस्लाम वह पहला अकेला मज़हब है जिस ने बेटियों को उसका हक दिया है और औरत का रुतबा बताया है।
मौलाना ने कहा कि इस्लाम ने दुनिया में न्याय कायम करने की हिदायत दी है और किसी के ऊपर भी ज़ुल्म नहीं करने दिया बल्कि ज़ुल्म की मज़म्मत की है।
अंत में मौलवी अयाज़ रिज़वी और मौलवी रेहान अब्बास ने नौहा ख्वानी की और जामिया इमामिया के बच्चों ने सीना ज़नी की।