पाकिस्तान में शिया मुसलमानों की हत्या की निंदा, मौलाना यासूब अब्बास ने उठाई आवाज
लखनऊ, 22 नवंबर – ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने पाकिस्तान के ख़ुर्रम में 21 नवंबर को आतंकवादियों द्वारा 100 शिया मुसलमानों की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की है। बोर्ड के महासचिव और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने शुक्रवार को लखनऊ में एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ बन चुका है, जहां शिया मुसलमानों का लगातार नरसंहार हो रहा है।
शिया पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सय्यद साएम मेहंदी नक़वी ने कहा कि इस मुल्क का नाम पाकिस्तान नहीं बल्कि पापिस्तान होना चाहिए है मौलाना ने कहा कि इससे पहले भी पाकिस्तान में चेहल्लुम ए इमाम हुसैन के मौके पर शियों का नरसंहार किया गया था तब भी दुनिया का मुसलमान खामोश था क्या वहां शहीद होने वाले नौजवान,बुजुर्ग, बच्चे, औरतें इंसान नहीं है जिनके हक़ में कोई आवाज़ नहीं उठा रहा है।
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा, “यह अत्यंत दुखद है कि जब फ़िलीस्तीन में मुसलमानों पर इस्राइल के अत्याचार होते हैं, तो पूरी मुस्लिम दुनिया उनकी निंदा करती है। लेकिन जब पाकिस्तान या दुनिया के किसी हिस्से में शिया मुसलमानों का क़त्लेआम होता है, तो मुस्लिम समुदाय चुप्पी साध लेता है। अन्याय कहीं भी हो, उसकी निंदा होनी चाहिए।”
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने पाकिस्तान में 15 से अधिक बच्चों और कई महिलाओं को भी अपनी क्रूरता का निशाना बनाया। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि गोलीबारी में घायल व्यक्तियों को एम्बुलेंस से बाहर निकालकर उनकी हत्या कर दी गई।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में मारे गए शिया मुसलमान शाहिद (शहीद) हैं। पाकिस्तान की सरकार आतंकवाद पर लगाम लगाने में विफल हो चुकी है। सऊदी अरब के पेट्रो डॉलर से पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा है। मस्जिदों और इमामबाड़ों में इबादत कर रहे लोगों पर हमले यह दिखाते हैं कि ये आतंकवादी इस्लाम के भेष में पाखंडी हैं।”
मौलाना यासूब अब्बास ने संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से पाकिस्तान के शिया मुसलमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि शिया मुसलमान पिछले 1400 वर्षों से आतंकवाद का शिकार हो रहे हैं और अब इस नरसंहार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप आवश्यक है।
शिया धर्मगुरु मौलाना जाफ़र अब्बास ने कहा कि ऐसी दर्दनाक वारदात को अंजाम देने वाले आतंकवादी संगठन या तंज़ीमे जानवरों से भी बदतर हैं उनके लिए मेरे पास कोई लफ्ज़ नहीं है कि उनकी तुलना किससे की जाए जिनकी नज़रों में इंसानियत की कोई अहमियत नहीं ऐसे लोग पूरी दुनिया के लिए ख़तरा है।
शिया हुसैनी फंड के सेक्रेटरी हसन मेहंदी ने कहा कि हम पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ़ आवाज उठा रहे हैं और बराबर इसके लिए यूएनओ और भारत देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखते रहते हैं कि पाकिस्तान में शिया समुदाय पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाए लेकिन वहां अत्याचार बढ़ तो रहा है मगर काम नहीं हो रहा।
इस कान्फ्रेंस में सिनियर सहाफी ज़हीर मुस्तफा, इक़बाल मिर्ज़ा, फिरोज़ अब्बास, इरशाद अली, एजाज़ ज़ैदी, परवेज़ नक़वी, समैत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
प्रेस सचिव
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड
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