गुरूवार 10 अगस्त। लखनऊ कस्बा अमेठी वार्ड अब्बासी तहसील मोहनलाल गंज जिला लखनऊ में स्थित ये करबला लोगों की तवज्जो का मरकज तब बनी जब हर साल की तरह इस साल भी नालैन काजिम रिजवी निवासी दरगाह हजरत अब्बास और उसके दोस्त अर्श अली , जवाद और कुछ अन्य दोस्त इस करबला में 9 मोहर्रम मजलिस करने गये और उन्होंने इस करबला की फोटो को सोशल मीडिया के जरिए वाइरल किया देखते ही देखते ये पोस्ट पूरे शहेर कि साथ पूरे प्रदेश में फैल गई और लोग इस विशाल करबला और मस्जिद कि बारे में शिया वकफ बोर्ड से सवाल करने लगे क्योंकि साल भर पहले नालैन काजिम रिजवी ने अकेले इस करबला में विजिट कर 3 मिनट की विडीओ बना कर वट्सआप कि जरिए वाइरल की थी तो एक साल पहले शिया वकफ बोर्ड के चेयरमैन कर्बला का दौरा करने पहुचें जिसको चेयरमैन ने शोशल मीडिया पे वायरल भी किया था लेकिन उसके कुछ दिनों बाद ही कर्बला बिक गयी जब कर्बला का कुछ अला भला नही हुआ तो दोबारा लगभग 15 दिन पहले 2023 को फिर से नालैन काजिम रिजवी निवासी दरगाह हजरत अब्बास और उसके दोस्त अर्श अली उसको शोशल मीडिया पे फिर से वायरल किया तो चेयरमैन ने लगभग दस दिन पहले उस कर्बला जाके उसका जायजा लिया और एक वीडियों जारी करके शोशल मीडिया पे कहा की यह कर्बला किसी के द्वारा बेच दिया गया है उसके बाद से शिया कौम मे खलबली मच गयी सबसे पहले मौलाना सैफ अब्बास ने सैकड़ो लोगों के साथ कर्बला का जायजा लिया उसके बाद मौलाना यासूब अब्बास व अफहाम ए जमा सोसाइटी ने वहां का दौरा किया जिसमे यह बताया गया की यह कर्बला बहुत ही बोसिदा हालत में है छतों से पानी बह रहा है कर्बला मे 12 दरवाजो के खाली दर बने हुए है और उसमे दरवाजे नही लगे है जिसकी वजह से कर्बला के अन्दर नजिस जानवर आ जाते है जहां पर जरी रखने की जगह है वहां पर नजिस जानवरो के बैठे देख गया है। कर्बला के अन्दर नजिस जानवरो के बारे में सुनने के बाद शिया वकफ बोर्ड के पूर्व सदस्य सैयद फैजी .और बहार आलम निवासी नक्खास ने आज कस्बा अमेठी वार्ड स्थित करबला में सैकड़ो लोगो के साथ दौरा किया और वहां मजलिस करवाई और अलम बरामद करवाया व नजिस जानवर अन्दर न जा सके उसको लेकर सारे दरो के लिए दरवाजो की नाप करवायी और कहा की चेहल्लुम से पहले सारे दरवाजें यहां पर हम लोग लगवा देगें।अब सवाल यह उठता है कि जब साल भर पहले चेयरमैन वहां गये थे क्या उन्होने कर्बला की हालत नहीे देखी थी उनको कर्बला मे खाली दर बने हुए नही दिखे जिससे जानवर अन्दर जाते थे उस समय चेयरमेन ने उस कर्बला की मरम्मत के लिए एक्शन क्यो नही लिया यू तो वक्फबोर्ड जहां की अच्छी इन्कम है वहां हर इमामबाड़े में अपनी दखल अन्दाजी करके प्रशासक या मुतावली बना रहे है लोगों का कहना है चेयरमैन ने कर्बला व र्कबला की जमीन बेचने वालों पे अब तक चेयरमैन एफआइआर क्यों नही करवायी उनकी खमोशी का सबब क्या हैं । और जो इस कर्बला के वारिस है उनका कहना है की जब भी हम लोग वक्फबोर्ड जाते है तो वारिसान से कर्बला के पेपर मांगते है बताया की जबकि पूर्व में 2009 मे वक्फबोर्ड द्वारा ही हमारी वाल्दा को मुतावली बनाया गया था जो पेपर कर्बला के वक्बोर्ड में पहले जमा किये गये थे वह पेपर वक्फबोर्ड से कैसे गायब हो गये बताया की अब वक्फबोर्ड इस कर्बला का वक्फ न0 ही दूसरा बता रहा हौ जबकी हमारी पंजियन संख्या न0 1568 दर्ज है। और अब वक्फ बोर्ड इस कर्बला पंजियन 1565 हम लोगों को बता रहे है। बल्की 1568 मे कोई दूसरा वक्फ दर्ज कर दिया गया है बल्कि मुतावली के पास जो तोलियत है उसमे 1568 ही लिखा हुआ है। अगर शिया वक्फबोर्ड से पेपर गायब हुए है तो इसकी शिकायत राज्सव विभाग मे चेयरमैन ने क्यो नही की ।