मौलाना खालिद रशीद की बात ध्यान से सुनी जाती है’’ मौलाना सै0 मो0 राबे
‘‘मता-ए-इल्म व दानिश’’ का विमोचन हुआ
लखनऊ, 14 दिसम्बर।
‘‘मौलाना खालिद रशीद लखनऊ में असर रखते हैं और उनकी बात ध्यान से सुनी जाती है। इस कारण से किताब की अहमियत बढ़ जाती है और पढ़ने वाले इससे सही इस्लामी फिक्र से अवगत होते रहेंगे। हम इस बात पर कद्रदानी का इज्हार करते हैं कि यह एक अच्छा काम हो गया जो बिखरे हुए खुतबात थे वह एक जगह जमा हो गए और इससे फायदा ज्यादा उठाया जायेगा।’इन ख्यालात का इज्हार नाजिम नदवतुल उलमा लखनऊ मौलाना सै0 मो0 राबे हसनी नदवी अध्यक्ष ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने किया। वह आज मेहमान खाना दारूल उलूम नदवतुल उलमा में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया लखनऊ के खुतबात व मकालात ‘‘मता-ए-इल्म व दानिश’’ का विमोचन रहे थे।
इस अवसर पर मौलाना डा0 तारिक रशीद फरंगी महली अध्यक्ष इस्लामिक सेन्टर आफ आरलैण्डो फलोरेडा (अमेरिका) ने कहा कि मौलाना खालिद रशीद ईद के अवसरों पर बहुत बड़ी भीड़ को सम्बोधित करते हैं। उनके यह खिताब अहम् विषयों पर होते हैं। वह अपनी तकरीरों और लेखों के जरिये इस्लाम की दावत व तबलीग़ का काम करते हैं। उनकी दावती, तालीमी और सामाजी सेवाओं का दायरा बहुत बड़ा है। वह शासन प्रशासन के जिम्मेदारों से सम्पर्क रखते हैं। वह लोग भी इनके सुझाव को महत्व देते हैं। ‘‘मता-ए-इल्म व दानिश’’ नामी किताब में उनके खुतबात व विषयों का जमा किया गया है।
मौलाना नईमुर्रहमान सिद्दीक़ी महासचिव इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने कहा कि दीन, इल्म व अदब के मैदानों में उलमा-ए-फरंगी महल की खिदमात काबिल-ए-रश्क हैं। दर्स व तदरीस से उनके रिश्ते बहुत अहम् हैं। इन अकाबिर के इल्मी व अदबी सरमाये की हिफाजत व इशाअत के लिए अल्लामा अब्दुल हैई फरंगी महली फिक्ह एकेडमी गत कई वर्षों से सरगरमे अमल है। एकेडमी से 18 किताबें छप चुकी हैं।
मौलाना खालिद रशीद की बात ध्यान से सुनी जाती है’’ मौलाना सै0 मो0 राबे
