भाजपा विधायक पर आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज

भाजपा विधायक पर आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज
(सत्ता का शान)
अमरोहा,18 जनवरी। हसनपुर में विधायक महेंद्र खड़गवंशी के स्वागत में निकाले गए जुलूस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद पुलिस हरकत में आई। आचार संहिता उल्लंघन में पुलिस ने जुलूस में शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि पहले दर्ज मुकदमें में पुलिस ने विधायक का नाम शामिल नहीं किया था। महेंद्र खड़गवंशी की जगह महेश खड़गवंशी नाम के शख्स को नामजद किया था। इसको लेकर जब सवाल उठे और पुलिस की फजीहत हुई तब रिपोर्ट में विधायक का नाम शामिल किया गया। पुलिस इस मामले में लिपिकीय त्रुटि बताते हुए सुधार किए जाने का दावा कर रही है। आचार संहिता लागू है तथा कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करने पर भी जोर दिया जा रहा है। चुनाव आयोग ने भीड़ जमा होने के रोकने के लिए चुनावी रैलियों पर भी रोक लगा दी है। परंतु जिले में भाजपाइयों द्वारा न तो आचार संहिता व न ही कोविड-19 के नियमों का पालन किया जा रहा है। गजरौला में शनिवार को तो हसनपुर में रविवार को भाजपाइयों ने खूब नियमों की धज्जियां उड़ाई। दोनों स्थानों पर जुलूस निकाले गए थे। मामला चर्चा में आया तो पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। परंतु हसनपुर में पुलिस ने विधायक को कार्रवाई से बचा लिया था। जुलूस में सबसे आगे चल रहे महेंद्र खड़गवंशी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की थी। उन्हें छोड़ दिया गया था। शेष अन्य पर रिपोर्ट लिखी थी। यानि हसनपुर पुलिस की नजर विधायक को नहीं देख सकी थी। जबकि वहीं गजरौला में पूर्व सांसद देवेंद्र नागपाल पर इसी धारा में रिपोर्ट दर्ज हुई है। पुलिस की यह दोहरी कार्यशैली चर्चा का विषय बनी हुई थी। पुलिस अफसरों से इस बारे में सवाल किया तो वह हरकत में आए। एसपी पूनम के आदेश पर शाम को रिपोर्ट में महेश खड़गवंशी के स्थान पर महेंद्र खड़गवंशी का नाम शामिल कर लिया। साथ ही नाम गलत लिखे जाने को लिपिकीय त्रुटी बताया। अमरोहा एसपी पूनम ने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन में जुलूस में शामिल सभी लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। महेश खड़गवंशी के स्थान पर महेंद्र खड़गवंशी का नाम शामिल कर लिया गया है।