लखनऊ,10 दिसम्बर। मुस्लिम से हुए हिन्दू जितेंद्र त्यागी पूर्व में वसीम रिजवी पर सैयद फैजी ने आरोप लगाया कि हिन्दू धर्म अपनाने के बाद भी यह लगातार कल और आज मलका जहां की कर्बला ऐशबाग स्थित में जबर्दस्ती जा रहे है जिसका मुस्लिम समुदाय में काफी विरोध हो रहा है। लोग हमें फोन कर रहे है और हमसे कह रहे है कि जितेंद्र त्यागी ऐशबाग मलका जहां कर्बला कैसे पहुंचा। कल जब त्यागी लगभग 4.30 व 5.00 के बीच मलका जहां कर्बला पहुंचे थे जिसका वहां आयी हुई आवाम ने काफी विरोध किया था। जिसको लेकर के पुलिस से शिकायत भी की गयी है जितेंद्र त्यागी पहले जब मुस्लिम हुआ करते थे तो वहां मलका जहां कर्बला के मुतवल्ली थे और मैं नायब मुतवल्ली होने के कारण हम जितेंद्र त्यागी को रोक नहीं पा रहे है और कहा कि इस मलका जहां कर्बला से गल्ला आता है जिसको लेकर के जितेंद्र त्यागी इस्तीफा नहीं दे रहेा है। और हालांकि कानून के हिसाब से एक मुस्लिम वक्फ का मुतवल्ली मुस्लिम ही हो सकता है तो जितेंद्र त्यागी की मलका जहां की कर्बला में जबरन बैठने का मकसद क्या है। आज शुक्रवार भी जितेंद्र त्यागी मलका जहां पहुंचे। मलका जहां के कर्मचारियों ने फैजी को बताया कि जितेंद्र त्यागी ने सबको यहां कर गालियां दी और जबरन अन्दर बैठ गये और वहां की कुछ चाबियां व अन्य सामान भी ले गये है। मलका जहां कर्बला का इस समय पुरसाने हाल कोई नहीं है। जिसका फायदा जितेंद्र त्यागी उठा रहे है। एक तरफ तो मोहम्मद साहब के चरित्र पर उंगलियां उठा रहे है और दूसरी तरफ उन्हीं के नवासों के रौजों पर अपनी धाक जमाना भी चाह रहे है। जितेंद्र त्यागी दो तरफा चाल रहे है एक तरफ अपने को हिन्दू दिखा रहे है और वहीं दूसरी तरफ मोहम्मद साहब के नवासे के रौजों पर अपनी हुकूमत भी चलाना चाह रहे है। यदि जितेंद्र त्यागी इस तरह मलका जहां कर्बला में जबरन आते रहेंगे तो उससे अशांति का माहौल बनेगा। लिहाजा वक्फ बोर्ड को चाहिए कि जितेंद्र त्यागी को नोटिस जारी कर उनको मुतवल्ली पद से हटा देना चाहिए। मौलाना कल्बे जवाद अगर कहे तो मैं मलका जहां की कर्बला में नायाब मुतवल्ली की हैसियत से हूं, मैं अपना इस्तीफा देने को तैयार हूं क्योंकि जो आदमी मोहम्मद साहब व कुरान की तौहीन करें मैं उसके साथ काम नहीं कर सकता। फैजी ने बताया की हमनें आज शिया वक्फ बोर्ड चेयरमैन श्री अली जैदी को लिखा है पत्र की, जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को सदस्य पद से हटाने की कार्रवाई करने का प्रस्ताव लाने की मांग है।