शिया वक्फ बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन अली जैदी से आवाम को बड़ी उम्मीद

(सत्ता की शान)
लखनऊ,16 नवम्बर। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड का कल चुनाव सम्पन्न हुआ था जिसमें निर्विरोध साफ-सुथरी छवि वाले अली जैदी को बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया। जिसको लेकर के सत्ता की शान ने उलेमा व राजनीतिक लोगों का पक्ष लिया। जिसमें एमएलसी बुक्कल नवाब ने कहा कि जो हुआ बहुत अच्छा हुआ कहा कि हमारा शासन प्रशासन जो काम करता है बहुत अच्छा काम करता है और हमारे बाबा योगी आदित्यनाथ ने शिया वक्फ बोर्ड को लेकर के बहुत अच्छा काम किया है। और कहा कि खासकर के शिया मुसलमानों के लिए बहुत अच्छी बात है कि योगी आदित्यनाथ ने उनकी बात को सुना और माना।
वहीं दूसरी तरफ मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि वक्फ बोर्ड में जो नये चेयरमैन अली जैदी बने है हमें चेयरमैन से उम्मीद रहेगी कि जितने भी वक्ॅफ में भ्रष्टाचारी लोग है उनके खिलाफ कार्यवाही करेंगे और इंसाफ के साथ बेहतरीन काम करेंगे क्योंकि यह वक्फ का मामला है और मौलाना सैफ अब्बास ने यह भी कहा कि अली जैदी चेयरमैन अपने साथ एक उलेमा का पैनल बना लें ताकि वह उलेमा जो वक्फनामा होता है उसकी पूरी बातों की सही जानकारी कर सके। और उसके मुताबिक अमल हो सके। वहीं मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि वक्फ माले खुदा माले रसूल माले इमाम है, अली रिजवी अवकाफ की बका करेंगे और शिया वक्फ बोर्ड में जो भ्रष्टाचारी है उसे खत्म होना चाहिए क्योंकि यह किसी का जाति घर या माल नहीं है यह माले इमाम है और वक्फ की सम्पत्ति पर बुरी नजर डालने वाले पर कार्यवाही होनी चाहिए। शिया वक्फ बोर्ड के मेम्बर मौलाना रजा हुसैन ने कहा कि जैसा कि तमाम पूरे लखनऊवासियों को यह मालूम है कि चेयरमैन के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष चल रहा था यह लड़ाई लगभग 15 साल से जारी थी और मौलाना कल्बे जवाद और वसीम जो कि मूरतद हो गया है उसके खिलाफ में किसी सूरत में किसी अच्छे इंसान को वक्फ बोर्ड में लाया जाये जो चेयरमैन बनने के बाद अच्छा काम कर सके। जो आवाम के पक्ष में फायदे में हो और रजा हुसैन ने कहा कि हमारे नौजवान जो कि ज्यादातर बेरोजगार है उनकी आय बन सके। और कहा कि लिहाजा हम लोगों का यह रहेगा कि जो हमारे अली जैदी चेयरमैन बने है उनसे हमने यही कहा है कि जो वक्फ की जमीनों पर कब्जे हो गया है उनको खाली करवाया जाये, खाली करवाने के बाद उस जमीन पर नौजवानों को कोई काम करने के लिए प्रेरित किया जाये ताकि हमारे उत्तर प्रदेश में जो नवजवान बेरोजगार घूम रहे है उनको कोई काम मिल सके। और चेयरमैन यह न देखे कि सामने वाला आदमी कौन है बल्कि जो हक पर हो उसकी मदद करनी चाहिए। पारीबंदी से काम न कर के बल्कि उसके अन्दर इंसाफ और हक के साथ काम किया जाना चाहिए। जो इस्लामिक शरीयत कहती है।