लखनऊ में ओलमाओ ने मीटिंग कर लिया बड़ा फैसला
वसीम के समर्थक तौहीने मुहम्मद स0 करने वालों मे शमिल: मौलाना सैफ अब्बास
लखनऊः 12 नवंबर, 2021 इमामबाड़ा सैयद तकी साहिब जन्नत माब, अकबरी गेट,लखनऊ वसीम लानती द्वारा इस्लाम के पैगंबर के अपमान की कडे षब्दों मे निंदा करने के लिए मुमताज उल उलेमा मौलाना सैयद सैफ अब्बास नकवी की अध्यक्षता में उलेमा और जाकिरों की एक बैठक आयोजित की गई। पवित्र कुरान के पाठ के बाद बोलते हुए, मौलाना मजहर इमाम ने कहा कि इस्लाम के पैगंबर और कुरान के अपमान की जितनी निन्दा की जाए कम है। इसने दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है। मौलाना नफीस अख्तर ने अपने भाषण में कहा कि जिस तरह से लोग इस्लाम के करीब हो रहे हैं और इस्लाम की वास्तविकता लोगों को स्पष्ट हो रही है, अन्य धर्मों के लोग इस्लाम के करीब हो रहे हैं, इस से इस्लाम का दुश्मन बेचौन है
और इस्लाम के खिलाफ है साजिशें रची जा रही हैं। मौलाना वजीर हसन जैनबी ने अपने भाषण में कहा कि वसीम मुर्तद ने इस दुनिया की खातिर आखेरत को खो दिया है। मौलाना गुलाम सरवर ने अपने भाषण में कहा कि मौलानाओं को अपनी-अपनी बस्तियों में वसीम का विरोध करना चाहिए और इस्लाम के पैगंबर की महानता को लोगों तक पहुंचाना चाहिए और हर हफ्ते शुक्रवार को इस्लाम के पैगंबर की महानता और उनकी शिक्षाओं को समझाना चाहिए।
बैठक के अंत में मौलाना सैयद सैफ अब्बास नकवी ने अपने भाषण में कहा कि वसीम लानती ने कुरान का अपमान किया और फिर इस्लाम के पैगंबर की महिमा का अपमान किया इसको कोई भी बरदाष्त नही करेगा इसकी कडे शब्दों मे निन्दा होना चाहिए। मौलाना सैयद सैफ अब्बास नकवी ने कहा कि क्या कारण है कि एक व्यक्ति इतने सालों से जोर-जोर से बोल रहा है और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।ऐसे व्यक्ति को कम से कम जेल में होना चाहिए था। लेकिन आज भी वह खुलेआम इस्लाम की बेइज्जती करते हुए घूम रहा हैं. इसका असली कारण यह है कि ईमान वालों की कतारें बंट जाती हैं और इस्लाम के दुश्मन की कतारें एक हो जाती हैं। निश्चय है कि अगर ईमान वालें एक हो गए तो वसीम एक दिन स्वतंत्र रूप से नहीं चल पायेगा और उसका जीवन वर्जित हो जायेगा। मैं कहना चाहूंगा कि वसीम का समर्थक हर व्यक्ति निन्दा मे बराबर का भागीदार है
मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि हमनें करीब एक हफ्ते पहले दिए बयान में सरकार से वसीम की पुस्तिका पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी और देश के कानून के मुताबिक सजा देने की मांग की थी. हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि संसद में एक कानून बनाया जाए कि अगर कोई किसी भी धर्म का अपमान करता है, उसे कम से कम आजीवन कारावास तो होना ही चाहिए।
बैठक में मौलाना अफजाल हुसैन काज़मी ने अपनी दुआओं में वसीम मुर्तद के मंसूबे को नाकाम होने की लिए दुआ की. कार्यक्रम में मौलाना शबिहुल हसन आजमी, मौलाना गुलाम सरवर, मौलाना आगा मेहदी, मौलाना नासिर अब्बास, मौलाना आसिफ अली सेथली, मौलाना नाजिर हुसैन नकवी, मौलाना अली अब्बास नूरानी, मौलाना मशरेक़ैन, मौलाना मिर्जा वाहिद हुसैन, मौलाना मुहम्मद रजा एलिया, मौलाना, मौलाना सोहैल अब्बास, मौलाना काज़िम वहीदी, मौलाना रहबर अस्करी, मौलाना सैयद इब्ने अब्बास, मौलाना सैयद रजा अब्बास, मौलाना तसवर हुसैन जैदी,मौलाना रिज़वान अब्बास, मौलाना तसनीम अब्बास नकवी मौलाना जफर अब्बास, मौलाना आजम हुसैन खान मौजूद थे।