कारोबारी से 90 लाख रुपये की लूट करने वाला गिरफ्तार

गिरोह के लोग असली नोट के बदले चार गुना नकली देने का दावा करते थे। इस झांसे में वह बड़े व्यवसायियों को फंसाते थे। सौदा तय होने पर माइकल और उसके गिरोह के लोग एक बैग में कागज के टुकड़ों की नोटों के साइज की गड्डी बनाते थे। कभी कभार ऊपर की गड्डी के ऊपर और नीचे एक-एक नोट लगा देते थे।नकली नोट  असली नोट के बदले चार गुना अधिक नकली देने का झांसा देकर व्यवसायियो से लूट करने वाले गिरोह के एक और लुटेरे माइकल सिंह यादव उर्फ मोंटी को एसटीएफ ने रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया

एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित माइकल उर्फ मोंटी वाराणसी के लहरतारा, बौलिया, मडुवाडीह का रहने वाला है। गिरोह के दो सदस्यों प्रतापगढ़ के मांधाता घाटमपुर मोहिउद्दीनपुर के रहने वाले अभिषेक प्रताप सिंह और मुबंई के नालासुपारा पतंगेचाल हवाईपाड़ा के रहन वाले सौरभ फूलचंद्र को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। दोनों के पास से 44.77 लाख रुपये बरामद हुए थे। वहीं, माइकल के बैंक खाते में एटीएस को 30 लाख रुपये मिले हैं। इसके बाद एटीएस ने उसके खाते फ्रीज करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी।

 गिरोह के लोग असली नोट के बदले चार गुना नकली देने का दावा करते थे। इस झांसे में वह बड़े व्यवसायियों को फंसाते थे। सौदा तय होने पर माइकल और उसके गिरोह के लोग एक बैग में कागज के टुकड़ों की नोटों के साइज की गड्डी बनाते थे। कभी कभार ऊपर की गड्डी के ऊपर और नीचे एक-एक नोट लगा देते थे। जिससे जब वह होटल में गड्डी निकालते तो सामने वाला समझ नहीं पाता था। अगर सामने वाला जान जाता था तो उसे पीटकर नोटों से भरा बैग लूट लेते और भाग जाते थे।एसटीएफ की टीम ने वाराणसी से पूछताछ के लिए उसे उठाया था और फिर गोमतीनगर थाने से उसे जेल भेज दिया। माइकल ने प्रयागराज के एक कारोबारी से नोएडा में 90 लाख रुपये की लूट की थी। एटीएस की पड़ताल मेंं माइकल के खाते में 30 लाख रुपये मिले हैं। इसके बाद उसके सारे बैंक खाते फ्रीज करने की कवायद शुरू कर दी।