चिनहट पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा कबाड़ी का काम करके, चाय वाला और फेरी का काम करके इलाके की रेकी करने वाले गिरफतार

20 सितंबर को बार्डर पार करके आए राजधानी में तीन बांग्लादेशी बदमाशों को रविवार देर रात चिनहट पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार क‍िया। एडीसीपी पूर्वी ने बताया कि गिरोह के लोग रेलवे पटरी किनारे और आसपास के एरिया में कबाड़ी का काम करके, चाय वाला और फेरी का काम करके इलाके की रेकी करते थे गिरोह के लोग आवागमन में ट्रेन का ही प्रयोग करते थे। यह लोग ठंड की शुरूआत में हर साल आते थे। इसके बाद।पांच हजार रुपये बार्डर पार कर आते थे

 

 

 

, इसके बाद रेकी में घरों को टारगेट कर गिरोह के सरगना हमजा को बताते थे। फिर योजनाबद्ध तरीके से आठ से 10 लोग वारदात को अंजाम देते थे।डकैत आसाम और पश्चिमबंंगाल के परगना 24 के रास्ते बार्डर से नदी पार करके बांग्लादेश से आते थे। गिरोह के लोग एेसी ट्रेनों में बैठते थे जिनमें चेकिंग कम हो ट्रेन में इनके लोग टिकट लेकर बैठे होते थे। आउटर पर जहां ट्रेन धीमी होती थी अथवा रुकती थी वहीं से बैठकर फरार हो जाते थे।

 

गिरोह का सरगना हमजा बांग्लादेश के खुलना जिले का रहने वाला है।  एसीपी विभूतिखंड अनूप कुमार सिंह ने बतायागिरोह के लोग रेलवे लाइन किनारे बनी पाश कालोनियां टारगेट करते थे। उनमें आसानी से वारदातों को अंजाम देकर यह रेलवे पटरी के रास्ते चले जाते थे उसके साथी असलम, नासिर उर्फ नसीर, शाहीन, बिल्लाल, नूर इस्लाम, शुमान और नूर खान भी वहींं के रहने वाले हैं।