सोमवार को डीसीपी पूर्वी की क्राइम ब्रांच और विभूतिखंड पुलिस ने आनलाइन सट्टा खिलवाने वाले गिरोह के सरगना प्रवीण कुमार और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस को सगरना और उसकी मां के खाते में 42.66 लाख रुपये मिले हैं। पुलिस ने दोनों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपितों की तलाश में दबिश दे रही है।एडीसीपी पूर्वी सैय्यद मो. कासिब आब्दी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपितों मेंं विभवखंड गोमतीनगर निवासी प्रवीण कुमार सिंह मूल निवासी गोरखपुर बांसगांव उसका साथी राहुल निवासी विनयखंड और गौरव मंडल है।
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों के पास से, चार मोबाइल फोन, 14 हजार रुपये की नकदी तीन पैड फोन, एक लैपटाप दो चेकबुक, , एल एलइडी टीवी मिली है। 2016 से खिलवा रहा था सट्टा इंस्पेक्टर विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि गिरोह का सरगना प्रवीण कुमार वर्ष 2016 से सट्टा खिलवा रहा था। उसने सट्टे की कमाई का सारा रुपया अपने और मां केदोनों के बैंक खाते गोमतीनगर स्थित फेडरल बैंक में हैं। खाते में डाल रखा था। गिरफ्तारी के बाद दोनों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। पांच हजार रुपये से कम का नहीं लगता था सट्टा एसीपी विभूतिखंड अनूप कुमार सिंह ने बताया कि गिरोह का सरगना बहुत ही शातिर है। वह हर बाल पर सट्टा खिलवाता था। आउट होने, बाल पर छक्का, चौका लगने, कैच आउट, रन आउट सब पर सट्टा लगवाता था। सट्टे का सारा रुपया खाते में मंगवाता था। उसके बाद साथियों को देता था। एसीपी ने बताया कि प्रवीण पुलिस से बचने के लिए सट्टे में मोबाइल काल का प्रयोग नहीं करता था। उसने इसके लिए फर्जी मेल आइडी बना रखी थी। फर्जी मेल आइडी से ही वह लोगों से बात करता था।