धर्म के आधार पर नागरिकता देना दुर्भाग्यपूर्ण – मौलाना सैफ अब्बास

धर्म के आधार पर नागरिकता देना दुर्भाग्यपूर्ण – मौलाना सैफ अब्बास
12 दिसंबर 2019 मौलाना सैयद अब्बास नकवी ने कहा, जिस तरह से नागरिकता संशोधन विधेयक पारित किया गया है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि हमारे देश का संविधान एसे कानून की इजाजत नहीं देता है जिस की नींव धर्म के आधार पर हो । यदि आप बांग्लादेश और अफगानिसतान से आने वाले अल्पसंख्यक को नागरिकता दे सकते हैं, तो आप म्यांमार (बर्मा) से आने वाले अल्पसंख्यक लोगों को नागरिकता क्यों नहीं देंगे? मई २०१ ९ में प्रधान मंत्री ने जो नारा लगाया था, सबका साथ सबका विकास और सब का विषवास तो जब मुस्लिम समुदाय ने आपके नारे पर भरोसा किया तो सरकार नेे अल्पसंख्यक को धोखा दिया।
मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री जो सर्वोच्च शक्ति के रूप में दुनिया में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, उन्होंने इस बात पर जोर दिना चाहिए कि बांग्लादेश और अफगानिस्तान की सरकार के वहां हमारे हिंदू भाइयों के लिए सुरक्षा व्यवसथा दुरूस्त कि जाए और अल्पसंख्यक के साथ अंनयाए ना हो क्योंकि अगर दुनिया में हमारे देश की वर्तमान स्थिति ऐसी हो जाती है कि भारत में मुसलमानों के साथ भेदभाव होता है, तो हमारे हिंदू भाई जो मुस्लिम देशों में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनके साथ कोई समस्या ना हो क्यों कि हमारा देश शांति और भाईचारे के लिए जाना जाता है।