मरजईयत शियों का सबसे महत्वपूर्ण और स्थिर किला है : मौलाना सैफ अब्बास
०३ दिसंबर २०१ ९ -ख़ानदान इ इज्तेहाद के युवा विद्वान मौलाना सैयद सैफ अब्बास नकवी ने एक बयान में कहा है कि जिस तरह से आज इराक और ईरान में संघर्ष चल रहा है वह बहुत दुखद है। और इसकी जितनी निंदा की जाये कम है क्योंकि दुश्मन ने स्पष्ट रूप से समझ लिया है कि इराक और ईरान अपने तेजी से विकास को आगे बढ़ा रहे हैं। दुश्मन और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक ही बात हो रही है, इजरायल, सऊदी अरब और ब्रिटेन इराक और ईरान और यहां के लोगों के बीच एक खाई बनाने की साजिश कर रहे हैं। हालांकि, दुश्मन के हाथों शिया पहले ही सीरिया में बर्बादी का शिकार हो चुके हैं।
मौलाना सैयद सैफ अब्बास ने कहा कि कुछ मौलवी जो असलम दुश्मन ताक़तों के एजेंट हैं प्रदर्शनकारियों को नजफ अशरफ घेरने और मरजे को घेरने का आह्वान कर रहे हैं यह बहुत अफ़सोसनाक और अधिक से अधिक निंदा योग्य हैं। और ऐसे लोगों के पीछे अमेरिका, इजरायल, सऊदी अरब,और ब्रिटेन का एक हाथ है। । उपर्युक्त देश अनुयायियों के बीच अराजकता पैदा करना चाहते हैं। पवित्र स्थानों और पूजा स्थलों का अपमान किया जा रहा है। उनके बीच की एकजुटता को तोड़ा जाना चाहिए। उनका उद्देश्य शियों की नींव को कमजोर करना है, मरजईयत जो शियों का सबसे मजबूत क़िला हैं। ये प्रयास कभी सफल नहीं हो सकते क्योंकि इमाम का हमारे सिर पर हाथ हैं।
अंत में, मौलाना सैयद सैफ अब्बास ने हर शहर के विद्वानों से अपील की है कि दुश्मन के षड्यंत्रों को नाकाम करने के लिए शुक्रवार के ख़ुत्बों (उपदेशों ) में बयान दें और क़ौम और दुनिआ को पूरी तरह से जागृत करें। बता दें कि यह दुश्मन की खुली साजिश है जब तक हम दुश्मन इस्लाम की हर चाल के बारे में जानते हैं, इसलिए हमें दुश्मन की इन साज़िशों को विफल करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू करना होगा।