ग़मगीन माहौल में निकला 21वी रमजान का जुलूस

लखनऊ। हजरत अली अ0स0 की शहादत की याद में 21वीं रमजान को पुराने लखनऊ के सआदतगंज स्थित नज़फ से बाद नमाज़ फज्र शबीह-ए-ताबूत का जूलूस निकाला गया। बता दें कि अजादारो ने लाखों की संख्या में इस जुलूस में शिरकत की। जुलूस से पहले मौलाना मिर्ज़ा मोहम्मद अशफाक ने मजलिस को खिताब किया जिसमे उन्होने हज़रत अली की शहादत का मंज़र बयान किया तो वहां मौजूद अज़ादार अपने आंसू रोक नहीं पाए। मजलिस के बाद हज़रत अली अ0स0 के चाहने वाले गमज़दा अज़ादार उनके ताबूत को अपने कान्धो पर लेकर कर्बला तालकटोरा के लिए जुलूस की शक्ल मे रवाना हुए।

शबीह-ए-ताबूत का जुलूस कर्बला दयानुददौला, काज़मैन, मंसूर नगर, अशर्फाबाद, बिल्लौचपुरा, बाज़ार खाला, हैदरगंज, बुलाकी अड्डा एवरेडी चौराहा होता हुआ कर्बला तालकटोरा पहुंचा।

जुलूस में शांति व्यवस्था एवं सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी साथ ही पुलिस अधिकारी स्वयं जुलूस के साथ मौजूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों एवं सीसीटीवी कैमरों को इंस्टाल किया गया। जिससे अगर कोई भी असामाजिकता फैलाएगा तो उसे तुरंत चिन्हित कर उसके विरुद्ध त्वरित कार्यवाही की जा सकें। जुलूस के मार्ग पर पड़ने वाले विभिन्न चौराहे व भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कैमरे लगाए गए जो आने जाने वाले लोगों पर लगातार अपनी निगरानी बनाए रखेंगे।

इसके साथ ही एसएसपी ने 21वी रमजान के जुलूस के अवसर पर जुलूस के मार्ग पाटानाला, बिल्लौजपुरा, कल्लू होटल तिराहा, बुनियाद नगर व दरगाह हजरत अब्बास पर मय फ़ोर्स रूट मार्च कर जुलूस के मार्गो की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया। पुलिस की इतनी कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद भी जूलूस के दौरान प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली, जिसमें जुलूस के बीच में अचानक से सांड आ गया और सांड ने जुलूस में शामिल हुए कई लोगों को घायल भी कर दिया।