जनाबे फातिमा ज़हरा की विलायत सिर्फ औरतों पर नहीं बल्कि हर इंसान पर है: मौलाना फिरोज़ अली बनारसी
लखनऊ: गोलागंज स्थित संस्था तंज़ीमुल मकातिब में हज़रत मोहम्मद साहब की बेटी की शहादत के सिलसिले में तीन दिवसीय मजलिसों की आज आखिरी मजलिस का आयोजन हुआ। जिसकी शुरुआत क़ुरआन पाक की तिलावत से मौलवी मोहम्मद तकी जाफरी ने किया। उसके बाद मौलवी हसन अब्बास, मौलवी अली बहादुर और मौलवी आमिर अब्बास ने अशहार पेश किया।मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना फिरोज़ अली बनारसी ने कहा कि जनाबे फातिमा की ज़िंदगी तमाम औरतों के लिए एक बेहतरीन नमूना है जिसमें उन्होंने बताया किस तरह से बच्चों की तरबियत की जाती है ताकि क़ौम के बच्चे नेक रास्ते की तरफ चल सकें जनाबे फातिमा की सीरत को हम तमाम लोगों को पढ़ना चाहिए और उस पर अमल करना चाहिए।मौलाना ने कहा कि जनाबे फातिमा ज़हरा की विलायत सिर्फ औरतों पर नहीं बल्कि अल्लाह ने जनाबे फातिमा की विलायत तमाम इंसानों पर रखी है और अगर इंसान को अपनी ज़िंदगी बेहतर बनाना है तो सीरते फातिमा पर अमल करना होगा।अंत में शबीहे ताबूत जनाबे फातिमा ज़हरा निकला गया जिसमें मौलवी आमिर अब्बास ने नौहा ख्वानी की और जामिया इमामिया के बच्चों ने सीना ज़नी की।मजलिस का संचालन मौलवी आलिम हुसैन ने किया।