बुटीक में पुरुष टेलर महिलाओं को कपड़ों के नाप के दौरान बैड टच करते हैं। ऐसी शिकायतें महिला आयोग को मिल रही हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बुटीक में मेजरमेंट के लिए महिला ही होनी चाहिए। इससे महिलाओं को सुविधा भी रहेगी।
कानपुर के एकता हत्याकांड के बाद यूपी महिला आयोग ने सख्त कदम उठाया है।जनसुनवाई के दौरान जिम, ब्यूटी पार्लर और बुटीक में पुरुषों से जुड़ी घटनाएं आ रही हैं। जिम में महिलाओं के 99% ट्रेनर पुरुष हैं। वहां पर बहुत सारी ऐसी घटनाएं होती हैं। इसे महिलाएं या छोटी बच्चियां बर्दाश्त करती हैं। घर पर आकर बता नहीं पाती हैं। जिम संचालित करें, लेकिन महिलाओं के लिए महिला ट्रेनर होनी चाहिए। इससे महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा।आयोग का कहना है- पार्लर में लड़कियों के मेकअप और ड्रेस अप के लिए भी महिला होनी चाहिए। इसके अलावा, महिलाओं के लिए विशेष कपड़े बेचने वाले स्टोर्स में भी महिला कर्मचारियों को रखा जाए। इसके अलावा, कोचिंग सेंटरों में CCTV से निगरानी की जाए। महिला जिम या योगा सेन्टर में प्रवेश के समय अभ्यर्थी के आधार कार्ड/निर्वाचन कार्ड जैसे पहचान पत्र से सत्यापन कर उसकी कॉपी सुरक्षित रखना अनिवार्य है. इन जगहों पर सीसीटीवी और डीवीआर सक्रिय होना अनिवार्य है. स्कूल बस में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर का होना अनिवार्य है. नाट्य कला केन्द्रों में महिला डांस टीचर और सीसीटीवी होने आवश्यक हैं. अब आयोग ने सभी जिले के डीएम और SP को आदेश लागू करने को कहा है।